भागलपुर: नये साल में रेलयात्रा और भी ज्यादा सुगम होगी. भागलपुर-मंदारहिल रेलखंड पर ट्रेनें दोगुने से ज्यादा यानी, 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. ट्रेन का सफर सिर्फ 42 से 45 मिनट में पूरा होगा. दरअसल, ट्रेनों को 50 से बढ़ाकर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने की मंजूरी पूर्वी रेलवे से मालदा मंडल को मिल गयी है.
110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में ट्रेनों के चलने की शुरुआत गोड्डा-नयी दिल्ली हमसफर साप्ताहिक एक्सप्रेस से हो सकती है. मालदा डिविजन भी ट्रेनों को स्पीड में चलाने की तैयारी में जुट गयी है. इस रूट पर वर्तमान में ट्रेनों की स्पीड 50 किमी प्रति घंटे है. भागलपुर से हंसडीहा तक के सफर में एक्सप्रेस ट्रेन से डेढ़ घंटा और पैसेंजर ट्रेन में दो घंटे से ज्यादा का वक्त लगता है.
भागलपुर-मंदारहिल एवं बाराहाट-बांका सेक्शन पर जुलाई में स्पीड का ट्रायल लिया गया था. भागलपुर से ट्रायल के लिए स्पेशल ट्रेन दिन चलायी गयी थी. इस दौरान ट्रेन की स्पीड 120 किमी प्रति घंटे तक था. यह ट्रायल पूरी तरह सफल रहा था. स्पीड ट्रायल के दौरान भागलपुर से मंदारहिल स्टेशन तक 50 किमी की दूरी मात्र 42 मिनट में तय की गयी थी. ट्रेन की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे रही थी.
ट्रायल में ट्रैक पूरी तरह से दुरुस्त पाया गया था. ट्रेन के ट्रायल से पहले ट्रॉली से पूरे रेलखंड पर अनाउंसमेंट करायी गयी थी. इससे लोग सतर्क रहें और पटरी के पास नहीं आये. स्पीड ट्रायल की रिपोर्ट हेडक्वार्टर भेजी गयी थी. मंजूरी मिलने की प्रतिक्षा में ट्रेनों की स्पीड नहीं बढ़ायी जा रही थी मगर, अब मंजूरी मिल गयी है, ट्रेनों को दोगुने से ज्यादा रफ्तार में दौड़ने का रास्ता साफ हो गया है. ट्रेनें नये साल से दोगुने से ज्यादा रफ्तार से दौड़ेंगी.
1. गोड्डा-टाटानगर साप्ताहिक एक्सप्रेस
2. कविगुरु एक्सप्रेस
3. रांची-गोड्डा एक्सप्रेस
4. गोड्डा-राजेंद्रनगर साप्ताहिक एक्सप्रेस
5. गोड्डा-नयी दिल्ली हमसफर साप्ताहिक एक्सप्रेस
6. अगरतला-देवघर वाया बांका साप्ताहिक एक्सप्रेस
7. भागलपुर-हंसडीहा डेमू पैसेंजर
8. भागलपुर-दुमका वाया बांका पैसेंजर
9. भागलपुर-गोड्डा डेमू पैसेंजर
10. बांका-राजेंद्रनगर इंटरसिटी
भागलपुर-मंदारहिल रेलखंड की पटरियां बदली गयी है. इस रेलखंड पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें चल रही है, मगर जबतक रेललाइन दोहरीकरण नहीं हो जाता है, तब तक परिचालन संबंधित परेशानियां दूर नहीं होगी. सबसे बड़ी परेशानी ट्रेनों को क्रॉसिंग कराने में हो रही है. दरअसल, एक से दूसरे स्टेशन की दूरी 15 से 18 किमी है. सिंगल लाइन के कारण क्रॉसिंग में देरी होती है. इससे ट्रेनों का परिचालन में विलंब होता है. दोहरीकरण से ट्रेनें बिना रुके आती-जाती रहेगी. इससे समय की भी बचत होगी.
भागलपुर-मंदारहिल के बीच 13 स्टेशनों पर आने वाली सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेनों के क्रॉसिंग में देरी का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही लोकल ट्रेनों में भी देरी हो रही है. वहीं, दोहरीकरण कार्य से कोइलीखुटाहा, गोनूबाबा धाम, हाट पुरैनी, जगदीशपुर, टेकानी, संझा, बेला, धौनी, पीपराडीह, फुनसिया, बाराहाट, पंजवारा रोड, मंदार विद्यापीठ सहित 13 स्टेशन व हॉल्ट के यात्रियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा.
दोहरीकरण कार्य में ब्रिज की भी चौड़ाई बढ़ानी होगी. भागलपुर–हंसडीहा-दुमका-बांका रेलखंड 185 किमी दोहरीकरण का कार्य कराना होगा. तब इस मार्ग पर रेल का सफर भी तेज हो जायेगा.