पटना. पाटलिपुत्र जंक्शन से पहलेजा के बीच दोहरीकरण का काम पूरा हो चुका है. नये ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेनों के चलने को लेकर मुख्य संरक्षा आयुक्त की (सीआरएस)अनुमति का इंतजार है. मुख्य संरक्षा आयुक्त के निरीक्षण के बाद दोहरीकरण का लाभ मिलना शुरू होगा. इसके बाद दोनों तरफ से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जायेगा.
रेलवे के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि इस माह में कभी भी निरीक्षण होने के बाद ट्रेनों के परिचालन की अनुमति मिलने की संभावना है. इसके निरीक्षण के लिए पूमरे की ओर से मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) को पत्र लिखा गया है.
इस रूट पर नयी तकनीक ट्वीन सिंगल लाइन का भी फायदा मिलेगा. नयी तकनीक होने से एक तरफ से दोनों ट्रैक पर दो ट्रेनें आ-जा सकेंगी, बशर्तें दूसरी तरफ से उस समय कोई ट्रेन नहीं हो, यानी सोनपुर व छपरा की तरफ से आनेवाली ट्रेनें एक साथ पाटलिपुत्र जंक्शन आ-जा सकती हैं.
दोहरीकरण से उत्तर बिहार से संपर्क और बढ़ जायेगा. ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेगी. साथ ही दोहरीकरण होने से पाटलिपुत्र जंक्शन या पहलेजा में ट्रेन के पास करने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इससे समय की बचत के साथ यात्रियों को सुविधा होगी.
पूमरे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि पाटलिपुत्र जंक्शन व पहलेजा के बीच दोहरीकरण के साथ सभी तकनीकी काम पूरे हो गये हैं. सीआरएस के निरीक्षण के बाद अनुमति मिलने पर नये ट्रैक पर ट्रेनें चलेंगी.