हावड़ा-नयी दिल्ली रूट पर चलेंगी साैर ऊर्जा से ट्रेनें, रेलवे ने की तैयारी शुरू

रेलवे ने एक से बढ़ कर एक योजनाओं को धरातल पर उतार कर लोगों को लाभ दिया जा रहा है. पहले स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन पर जोर दिया गया है. अब रेलवे सौर ऊर्जा से ट्रेनों का परिचालन करने की तैयारी शुरू की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2021 9:39 PM

रोहित कुमार सिंह,गया. रेलवे ने एक से बढ़ कर एक योजनाओं को धरातल पर उतार कर लोगों को लाभ दिया जा रहा है. पहले स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन पर जोर दिया गया है. अब रेलवे सौर ऊर्जा से ट्रेनों का परिचालन करने की तैयारी शुरू की है.

सौर ऊर्जा से सबसे पहले हावड़ा-नयी दिल्ली रूट पर ट्रेनों का परिचालन किया जायेगा. बताया जाता है कि हावड़ा-नयी दिल्ली रूट पर ग्रैंड कार्ड सेक्शन पर ट्रेनों का परिचालन करने का निर्णय लिया गया है.

निर्णय लेने के बाद अब सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए जमीन की चिह्नित की जायेगी. चिह्नित करने के बाद हावड़ा-नयी दिल्ली रूट पर सोलर प्लांट लगाये जायेंगे. रेलवे अधिकारियों की टीम ने बताया कि इसके लिए ट्रैक के किनारे पड़ी अपनी गैर उपयोगी जमीन का रेलवे इस्तेमाल करेगी.

इस जमीन पर सोलर प्लांट लगेंगे. यहां सूर्य की धूप से बिजली उत्पादन होगा. यहां बनी बिजली सीधे ग्रिड को जायेगी. वहां से ट्रेन का परिचालन शुरू की जायेगी. यहीं नहीं,सोलर प्लांट का दायरा गया के बंधुआ रेलवे स्टेशन के बीच 200 किलोमीटर की दूरी तक होगी.

इससे रेलवे ट्रैक के आसपास के हॉल्ट की कवर करेंगे. इसकी जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को सौंपी जायेगी. रेलवे ने हर स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है. यह प्रोजेक्ट एक साल पहले वरीय अधिकारियों की बैठक में निर्णय लिया गया था. इसमें धनबाद, हावड़ा व नयी दिल्ली के अधिकारी भी शामिल थे.

200 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हर मंडल के आसपास दो सौ मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जायेगा. धनबाद रेल मंडल रेलवे लाइन के किनारे सोलर प्लांट लगाकर प्रतिदिन न्यूनतम 100 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन करेगा. अभी ट्रेनों को चलाने के लिए रेलवे बिजली खरीदती है. करोड़ों भुगतान भी करती हैं.

सोलर प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू हो जाने से रेलवे के इस खर्च में कमी आयेगी. सौर ऊर्जा से ट्रेनों का परिचालन करने के बाद सफलता को देखते हुए हर रेलखंडों पर सौर ऊर्जा से ट्रेनों का परिचालन किया जायेगा. इस पहल से रेलवे को करोड़ों रुपये का फायदा हर वर्ष होगा.

Posted by Ashish Jha

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