Travel and Tourism Fair 2023: बिहार के इन दस जगहों में बनाएं घूमने का प्लान, जानें क्या है यहां खास

पटना में शनिवार को दो दिवसीय ‘ट्रैवेल एंड टूरिज्म फेयर’ 2023 की शुरुआत की गयी. उपमुख्यमंत्री ने यहां पर कहा कि राज्य सरकार धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ एडवेंचर को बढ़ावा देने का काम कर रही है. बहुत जल्द नये व अद्वितीय प्रस्तावों के साथ नयी पर्यटन नीति की शुरुआत की जायेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2023 10:10 AM

लाइफ रिपोर्टर@ पटना

वर्ष 2023 में बिहार ने पर्यटन के क्षेत्र में लंबी छलांग लगायी है. वर्ष 2019 की तुलना में इस वर्ष राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या 3.5 करोड़ से बढ़कर लगभग 5.75 करोड़ हो गयी है. ज्ञान भवन में शनिवार को शुरू हुए दो दिवसीय ‘ट्रैवेल एंड टूरिज्म फेयर 2023’ के उद्घाटन के मौके पर उपमुख्यमंत्री व पर्यटन मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने यह बातें कहीं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ एडवेंचर को बढ़ावा देने का काम कर रही है. साथ ही राज्य में जल्द नये व अद्वितीय प्रस्तावों के साथ नयी पर्यटन नीति की शुरुआत होगी. इसके लिए कैबिनेट में जल्द प्रस्ताव भेजा जायेगा. कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग की पुस्तक रेडी रेकनर 2.0 व विपसना पर केंद्रित पोस्टर धम्म बिहार का विमोचन किया.


जीडीपी व इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में बिहार नंबर-1

कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जीडीपी और इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में बिहार का स्थान देश में नंबर वन है. एनसीआरबी की डेटा के अनुसार क्राइम में बिहार का स्थान 24वें नंबर पर है. यदि बिहार को विशेष पैकेज व विशेष राज्य का दर्जा मिल जाये, तो यह देश के प्रमुख विकसित चार-पांच राज्यों की श्रेणी में शामिल हो जायेगा. उद्घाटन समारोह में उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने कहा कि आज लोग प्रकृति से लैस स्थानों का विकास कर रहे हैं. बिहार में सब कुछ प्राकृतिक है. उन्होंने राज्य की गरिमा को कम करने वाले गाने और फिल्मों पर भी निशाना साधा. समारोह को संबोधित करते हुए पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि बिहार पर्यटन क्षेत्र में बिजनेस-टू-बिजनेस जुड़ाव को बढ़ाना चाहता है. कार्यक्रम में बिहार समेत अन्य 10 राज्यों के पर्यटन, आतिथ्य, टूर व ट्रेवल ऑपरेटर के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.

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तीन देशों के आये प्रतिनिधि

कार्यक्रम में तीन देश जिसमें नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश के व्यापारिक प्रतिनिधि ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. मौके पर पीपी खन्ना ने कहा कि बुद्धिस्ट सर्किट को हम लोग विदेशों में बता सकते हैं. सिख सर्किट को दूसरे देशों में बिहार के संदर्भ में बताने की जरूरत है. अरुण कुमार यादव ने कहा कि बुद्धिस्ट टूरिज्म पर यहां अच्छा काम हो सकता है. भगवान बुद्ध से जुड़े बिहार में कई स्थल हैं, जिसके बारे में बताकर हम विदेशी पर्यटकों को यहां अधिक समय गुजारने के लिए प्रेरित कर सकते हैं. मौके पर वंदना प्रेयसी, नंदकिशोर, कैप्टन स्वदेश कुमार, डॉ. दया शंकर मिश्रा, कैप्टन एम चौहान, डॉ अनुप तरफदार ने भी अपने विचार रखे.

बिहार के इन दस जगहों में बनाएं घूमने का प्लान

1. बांका : बांका जिला घूमने-फिरने के लिहाज से बेहद खूबसूरत है. इसके आसपास कई पर्यटन स्थल हैं जहां घूमने के बाद सुकून मिलेगा. जिले स्थित मंदार पर्वत जैन और हिंदूओं के लिए तीर्थ स्थल है.

2. राजगीर : ऐतिहासिक शहर राजगीर सैलानियों के लिए काफी पसंदीदा रहा है. यहां विश्व शांति स्तूप सफेद रंग का एक विशाल स्तूप है. इसके अंदर जापानी बौद्ध मंदिर है. वाइल्डलाइफ सफारी काफी खूबसूरत है. यहां के रोपवे और ग्लास ब्रिज का भी लुफ्त उठा सकते हैं.

3. पटना : राजधानी पटना पर्यटन के लिहाज से काफी खूबसूरत है. यहां आप बिहार म्यूजियम की सैर कर सकते हैं. जहां बिहार के गौरवशाली अतीत की झलक मिलती है. गोलघर, बुद्ध स्मृति पार्क, मनेर शरीफ, तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब व राजेंद्र स्मृति संग्रहालय आदि जैसे स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं.

4. गया : फल्गु नदी के तट पर स्थित गया काफी ऐतिहासिक रहा है. यहां तीर्थ स्थल के रूप में भगवान विष्णु को समर्पित विष्णुपद मंदिर, सम्राट अशोक द्वारा स्तूप समान महाबोधि मंदिर है. वहीं लव स्टोरी की मिशाल दशरथ मांझी के द्वारा बनाए गये रास्ते भी देख सकते हैं.

5. औरंगाबाद व जहानाबाद : बिहार के जहानाबाद व औरंगाबाद जिला भी खास है. जहानाबाद में बराबर पहाड़ी स्थित शिव का बहुत ही प्राचीन मंदिर है, जहां हर वर्ष श्रावण में लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. इसकी निर्माण बाणासुर नामक राक्षस ने कराया था. वहीं औरंगाबाद जिले का प्राचीन सूर्य मंदिर अनोखा है.

6. कैमूर : कैमूर जिला भी शानदार टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. कैमूर कि पहाड़ियों के बीचों-बीच स्थित करकट झरना पिकनिक मनाने के लिए उपयुक्त स्थान है. इसके अलावा तेल्हार झरना भी पर्यटक देख सकते हैं, जो कि दुर्गावती नदी के किनारे स्थित है.

7. सासाराम, नालंदा, वैशाली, चंपारण व मुंगेर का भी भ्रमण किया जा सकता है.

इन राज्यों ने भी अपने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगाये स्टॉल

1. उत्तरप्रदेश : उत्तरप्रदेश में घूमने वाले स्थानों की कमी नहीं है. यहां वाराणसी, अयोध्या व प्रयागराज में कई धार्मिक स्थल हैं.

2. झारखंड : राज्य के मुख्य पर्यटन स्थलों में से शामिल है नेतरहाट, पारसनाथ, बाबा धाम मंदिर, देवड़ी मंदिर, आदि.

3. गुजरात: यह राज्य अपनी खूबसूरत नजारे व प्राकृतिक जगह को लेकर काफी प्रसिद्ध है. यहां स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, सोमनाथ मंदिर, द्वारका मंदिर कई प्रमुख स्थल हैं.

4. छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ पर्यटन और धार्मिक महत्व के लिहाज से देश का एक अहम राज्य है. यहां कई पर्यटन स्थल, प्राचीन मंदिर, प्राकृतिक स्थल और राष्ट्रीय उद्यान है.

5. हरियाणा: कुरुक्षेत्र पर्यटन स्थल हरियाणा का मशहूर तीर्थ स्थल है. यहां स्थित कुरुक्षेत्र वही जगह है, जहां भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था.

6. तमिलनाडु: इस राज्य के कोयम्बटूर व मदुरई में आप जा सकते हैं. कोयम्बटूर नोय्याल नदी के तट पर मौजूद है और पश्चिमी घाट से घिरा हुआ है.

राज्य के कलाकारों ने भी लगायी प्रदर्शनी

– प्राकृतिक रंगों की मदद से सुरेखा दास व राज कुमार लाल ने मधुबनी पेंटिंग्स का स्टॉल लगाया है. वह राम सीता विवाह, प्रकृति छटा, मछली समेत अन्य की चित्र बेच रही हैं.

– गोदना स्टाइल व मिथिला स्टाइल में चित्र बनाकर अपने स्टॉल पर सरोज झा बेच रहे हैं. उन्होंने 60 लोगों को रोजगार भी दिया है. वह तीस वर्षों से इस प्रोफेशन में हैं.

– केवल हरा, गुलाबी व पीले रंगों से बनी मंझुषा आर्ट अनुकृति कुमारी के स्टॉल पर उपलब्ध है. वह 500 से ज्यादा लोगों को मुफ्त में प्रशिक्षण दी हैं.

– टिकूली पेंटिंग में वॉल हैंगिंग, टी कोस्टर, कॉफी मग जैसे चीजों को तैयार कर दस वर्षों से बेच रही हैं. उन्होंने बिहार के अन्य राज्यों में भी अपने स्टॉल लगाए हैं.

– सिक्की कला में विजेता कुमारी कई घरेलू सामान बनाती हैं. वह महिलाओं के आभूषण भी बनाती हैं और अपने साथ चार लोगों को रोजगार भी दे रही हैं.

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