पटना. तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि देर आए दुरुस्त आये. नीतीश कुमार ने भाजपा को उसकी उसी दवा का स्वाद चखाया जो उसने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में इस्तेमाल किया था. अपने साहसिक निर्णय से नीतीश कुमार विपक्षी खेमे में ममता बनर्जी और कुछ उन नेताओं के साथ अग्रिम पंक्ति में खड़े हो गये हैं जो अगले संसदीय चुनाव में ‘मोदी राज’ को समाप्त करने के लिए नेतृत्व कर सकते हैं. निश्चित रूप से आनेवाले समय में देश को नीतीश कुमार के राजनीतिक कौशल और अनुभव का लाभ मिलेगा.
जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने बुधवार को कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में आठवीं बार शपथ लेकर नीतीश कुमार ने अपनी अपरिहार्यता सिद्ध कर दी है. उन्होंने कहा कि राज्य के सात राजनीतिक दल भाजपा के दंभ एवं अहंकार तथा सांप्रदायिक विभाजन की उसकी चेष्टा के विरुद्ध चट्टानी एकता प्रदर्शित कर चुके हैं.
अशोक जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डाॅ अशोक चौधरी ने कहा कि एनडीए की प्रदेश सरकार में गठबंधन होते हुए भी यहदिख नहीं रहा था. गठबंधन के भीतर सहयोगी दल के साथ प्रेम का रिश्ता नहीं दिख रहा था. नेता के प्रति समर्पण नहीं दिख रहा था. विश्वास का माहौल नहीं था. सहयोगी पार्टी के प्रति सहयोग की भावना का पूरा अभाव था. इसलिए पार्टी ने गठबंधन के नये स्वरूप को स्वीकार किया.
राजद नेता चितरंजन गगन ने कहा है कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की पहल से बिहार में भाजपा के मिशन पर ब्रेक लग गया है. लगे ब्रेक के कारण भाजपा नेता असहज महसूस कर रहेहैं, जिसकी छटपटाहट में भाजपा नेताओं की तरफ से अनर्गल बयानबाजी की जा रही है.राजद नेता ने कहा कि महागठबंधन की सरकार को राज्य के करोड़ों लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है.