पीएफआइ पर अब भाजपा और जदयू में तकरार, संजय जायसवाल के बयान पर विजय चौधरी ने किया पटलवार

बिहार में गठबंधन टूटने के बाद भाजपा लगतार जदयू पर हमलावर है. भाजपा का हर नेता जदयू और नीतीश कुमार पर तीखे बयान दे रहे हैं और गंभीर आरोप लगा रहे हैं. इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सबसे आगे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 14, 2022 9:59 AM

पटना. बिहार में गठबंधन टूटने के बाद भाजपा लगतार जदयू पर हमलावर है. भाजपा का हर नेता जदयू और नीतीश कुमार पर तीखे बयान दे रहे हैं और गंभीर आरोप लगा रहे हैं. इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल सबसे आगे हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आतंकी संगठन को संरक्षण देने का आरोप लगाया है, वहीं संजय जायसवाल के आरोपों का पलटवार करते हुए जदयू नेता विजय चौधरी ने कहा है कि बिहार में कानून अपना काम करती है. पीएफआई मामले में बिहार पुलिस का काम संतोषजनक रहा है.

सरकार से अलग होने के कारण पीएफआइ पर छापेमारी : जायसवाल

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने पीएफआइ और एसडीपीआइ समर्थक बिहार सरकार के कुछ खास अफसरों पर महागठबंधन की सरकार बनाने में सहयोग करने का बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने का बड़ा कारण फुलवारी में पीएफआइ समर्थकों पर छापेमारी व गिरफ्तारी भी रही. 10-11 जुलाई को हुई यह घटना से खुलासा हुआ कि किस तरह हिंदुस्तान को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का दूरगामी लक्ष्य लेकर यह संगठन काम कर रहा है . उसका तात्कालिक लक्ष्य बिहार और बंगाल को मुस्लिम लीग के लक्ष्यों के अनुरूप बनाना है. मामला पीएम की सुरक्षा से भी जुड़ा था, इसलिए एनआइए के पास चला गया.

पीएफआइ मामले में बिहार पुलिस का काम सराहनीय: विजय चौधरी

पूर्व शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शनिवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के आरोपों का जवाब देते हुए कहा है कि फुलवारीशरीफ में पीएफआइ और एसडीपीआइ मामले में बिहार पुलिस ने सराहनीय काम किया है. उन्होंने कहा कि इस आतंकी माॅड्यूल के पूरे देश में फैले तंत्र की जानकारी अपने अनुसंधान में निकाल कर एनआइए को पटना पुलिस ने ही सौंपा है.

अब तक जो हुआ है बिहार पुलिस ने ही किया है

अभी तक इस मामले में जो जानकारियां मिली हैं या गिरफ्तारियां हुई हैं, वह पटना पुलिस ने ही की है. पूर्व मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि राज्य के बाहर की भी गतिविधियों की जानकारी थी, इसी कारण इसे एनआइए ने लिया है, लेकिन आगे की कार्रवाई नहीं हो पायी है.

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