कैमूर. कर्मनाशा के दुर्गावती थाना क्षेत्र के बिछियां गांव में एक ही बेड पर सोते समय विषैले संप के काटने से दो सगे मासूम भाइयों की दर्दनाक मौत हो गयी. घटना मंगलवार देर रात्रि की बतायी जाती है. मृतकों में अमित कुमार नौ वर्ष तथा नीतीश कुमार छह वर्ष, पिता गुड्डू कुमार बिंद, दुर्गावती थाना क्षेत्र अंतर्गत बिछिया गांव शामिल हैं. घटना की जानकारी होते ही बिछिया गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी. वहीं परिजनों के चीख-पुकार से गांव में कोहराम मच गया.
अमित कुमार के कान से बह रहा था खून
जानकारी के अनुसार, बिछिया गांव निवासी गुड्डू कुमार बिंद के दोनों पुत्र अमित कुमार, नीतीश कुमार तथा दो वर्षीय पुत्री नेहा कुमारी घर के अंदर एक ही बेड पर सोये हुए थे. इस दौरान रात्रि में करीब ढाई बजे एक विषैले संप ने अमित कुमार व नीतीश कुमार को काट लिया. सांप के काटते ही अमित कुमार के कान से खून बहने लगा, लेकिन नीतीश कुमार को सांप ने कहां काटा शरीर में कहीं दिख नहीं रहा था. बच्चों के चीख-पुकार से परिजनों की नींद खुल गयी और जब परिजन सोये हुए बच्चों के पास आये, तो सांप बच्चों को काट कर वहां से भाग रहा था.
दोनों भाइयों को सदर अस्पताल ले गये परिजन
थोड़े ही देर में अमित कुमार की हालात बिगड़ने लगी, जिसे देख आनन-फानन में परिजन सबसे पहले अमित कुमार को लेकर सदर अस्पताल भभुआ पहुंचे. वहां पर चिकित्सकों ने अमित कुमार को मृत घोषित कर दिया. उसके बाद परिजन अमित कुमार के शव को लेकर घर पहुंचे. उसके शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए थाने ले जाने की तैयारी कर रहे थे कि इसी दौरान नीतीश कुमार की हालत बिगड़ने लगी. सूचना पाकर समाजसेवी सतीश यादव उर्फ पिंटू सहित गांव के काफी संख्या में लोग पहुंच गये और आनन-फानन में सतीश यादव समेत परिजन अमित कुमार के शव को लेकर थाने गये.
सदर अस्पताल भभुआ के लिए रेफर कर दिया
इधर, परिजन नीतीश कुमार को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गावती पहुंचे, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद चिकित्सकों ने उसे सदर अस्पताल भभुआ के लिए रेफर कर दिया. परिजन नीतीश कुमार को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. वहां पर चिकित्सकों ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया. वहां से परिजन नीतीश कुमार को लेकर बीएचयू पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने नीतीश कुमार को भी मृत घोषित कर दिया. दोनों बच्चों की मौत की खबर जैसे ही बिछिया गांव पहुंची, गांव में कोहराम मच गया.
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दो सगे भाइयों की मौत से कोहराम
परिजनों की चीख पुकार से सबों की आंखें नम हो जा रही थीं. दोनों सगे मासूम भाइयों की मौत से पूरा गांव सदमे में डूब गया. इधर, पुलिस ने दोनों भाइयों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भभुआ भेजा. बता दें कि गुड्डू कुमार बिंद को तीन पुत्र तथा एक पुत्री हैं, जिसमें सांप के काटने से दो पुत्रों की मौत हो गयी है. बड़ा पुत्र रितेश कुमार 12 वर्ष का है तथा पुत्री नेहा कुमारी दो वर्ष की है. एक ही साथ दो पुत्रों की मौत से माता-पिता के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे और इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव में मातम छाया रहा.
बरसात में सांप के काटने की घटनाएं बढ़ीं
बरसात के दिनों में खेतों में पानी भर जाने के कारण सुरक्षित स्थानों पर सांप गांवों में पहुंच कर झुग्गी झोपड़ी व घरों में आशियाना बना लेते हैं. मौका पाते ही लोगों को काट लेते हैं. बरसात के दिनों में इस समय दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र में सांप के काटने की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है. सांप के काटने पर इलाज के लिए हर सरकारी अस्पतालों में स्नेक एंटी वेनम नामक इंजेक्शन मौजूद है. लेकिन, बताया जाता है कि काफी विलंब हो जाने के बाद अस्पताल पहुंचने पर बच्चों की हालत काफी ज्यादा गंभीर हो गयी थी. इसलिए दोनों बच्चे नहीं बच पाये. इसी तरह 13 जुलाई को घिनहू पट्टी में शकुंतला देवी नामक महिला की सर्पदंश से मौत हो गयी थी. आठ जुलाई को भी कबिलासपुर में एक युवक बालीराम की मौत हो गयी थी. दोनों मामलों में परिजन झाड़-फूंक के चक्कर में पड़े रहे. दोनों मरीज सरकारी अस्पताल नहीं पहुंच पाये थे.