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बिहार: नेपाल बॉर्डर पर दो चीनी नागरिक फिर धराए, अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करने की कर रहे थे कोशिश

नेपाल होकर अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे दो चीनी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया गया. बिहार के पूर्वी चंपारण स्थित रक्सौल बॉर्डर से दोनों को पकड़ा गया है. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है. दोनों में किसी भी नागरिक के पास वीजा नहीं होने की सूचना है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2023 2:39 PM
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नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कर रहे दो विदेशी नागरिकों को पकड़ा गया है. पकड़े गए दोनों लोग चीन के नागरीक बताए जा रहे हैं जो बिना वीजा के बिहार के रास्ते भारत में प्रवेश कर रहे थे. पूर्वी चंपारण के रक्सौल बॉर्डर पर इन्हें पकड़ा गया. नेपाल के रास्ते ये भारत में प्रवेश कर रहे थे. अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करने का इनका क्या मकसद था, इसे लेकर पूछताछ की जा रही है.

रक्सौल बॉर्डर पर धराए

भारत-नेपाल के रक्सौल बॉर्डर पर इमीग्रेशन अधिकारियों ने शनिवार की रात को हिरासत में लिया. जब वो नेपाल के रास्ते बिना विजा के ही भारत में प्रवेश की कोशिश कर रहे थे. वहीं मामले में एफआइआर दर्ज करके आगे की कार्रवाई किए जाने की जानकारी मिली है. बता दें कि इससे पहले भी सीतामढ़ी में चीन के दो नागरिक अवैध तरीके से भारत में घुसते हुए पकड़े गए थे. वहीं हाल में पाकिस्तान से आई महिला सीमा हैदर ने भी नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश अवैध तरीके से ले लिया था. हालाकि सीमा हैदर को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय ने साफ किया कि बिहार के बॉर्डर से सीमा हैदर भारत नहीं आई है.

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किशनगंज से हाल में हुई एक चीनी नागरिक की गिरफ्तारी

बता दें कि हाल में ही किशनगंज में अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करते एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया था. उसके पास से भारतीय और नेपाली मुद्रा बरामद किए गए थे. पेंग  योंगजिन  (39वर्ष ) चीन के शांहेई, विहाई फेंग का रहने वाला था. एसएसबी ने उसे भारत नेपाल के पानी टंकी सीमा से गिरफ्तार किया था. नियमित जांच के दौरान जब उसे रोककर पूछताछ की गयी थी तो अपनी पहचान पत्र के रूप में उसने नेपाली पासपोर्ट और नागरिकता पहचान पत्र दिखा दिया था. इसी के सहारे वो भारत में घुसता था. जब पासपोर्ट की जांच की गयी तो वो जाली निकला था. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. पूछताछ में वो खुद को नेपाल का ही नागरिक बताता रहा लेकिन जब उसके सामान की जांच की गयी तो उसके पास से चीन के कई सामान , एक फोटो और एक आईडी प्रूव भी बरामद हुआ था. जिसने उसकी पोल खोल दी थी. बाद में पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि वह एक चीनी नागरिक है और  नेपाली अधिकारी को रिश्वत देकर उसने जाली पासपोर्ट बनवा लिया था.

हाल में सामने आए अन्य मामले

एसएसबी के जवानों ने सीतामढ़ी में भारत-नेपाल सीमा के भिट्ठामोड़-जलेश्वर चेकपोस्ट के पास से दो चीनी नागरिकों को अवैध तरीके से बॉर्डर पार करके आने पर पकड़ा था. ये बुहान के रहने वाले थे. उन्होंने बताया था कि वो नोएडा में रहने वाले अपने मित्र से मुलाकात की थी. मई में थाइलैंड से ये काठमांडू आए थे और वहीं से भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए. दोनों के पास भारतीय वीजा नहीं मिला था. वहीं सीतामढ़ी में ही भारत-नेपाल के सोनबरसा बॉर्डर पर मार्च महीने में एक चीनी महिला समेत चार लोग भारत से नेपाल जाने के दौरान पकड़ाए थे.

भारत में अवैध तरीके से घुसपैठ चिंताजनक

भारत में अवैध तरीके से घुसपैठ को लेकर राजनीतिक विश्लेषक सुरेन्द्र किशोर कहते हैं कि नेपाल के साथ भारत की खुली सीमा पर अब विशेष निगरानी की जरूरत महसूस की जा रही है.पाकिस्तानी सीमा हैदर के मामले ने भी बेहतर सुरक्षा और निगरानी की जरूरत बढ़ा दी है.यह कोई सामान्य बात नहीं है कि चार बच्चों के साथ सीमा हैदर नेपाल की सीमा के जरिए भारत में प्रवेश कर गयी.वह भी जाली कागजात के सहारे.देश की सुरक्षा के लिए यह चिंताजनक बात है. बात साफ है कि सीमा की जांच में पूरी लापरवाही बरती गयी.

बिहार पुलिस को सतर्क करता रहता है शासन

सुरेन्द्र किशोर कहते हैं कि बिहार पुलिस और सीमा सुरक्षा बल सीमा क्षेत्रों की निगरानी करते रहे हैं. बिहार शासन समय-समय पर बिहार पुलिस को सतर्क करता रहता है.फिर भी शिकायतें मिलती ही रही हैं. भारत- नेपाल बोर्डर की लंबाई करीब 17 सौ किलोमीटर है.नेपाल के साथ भारत के विशेष संबंधों के कारण पूरी सीमा खुली हुई है.देश विरोधी शक्तियों के लिए यह सुविधाजनक स्थिति है.सीमा की बेहतर निगरानी उनके लिए स्थिति को असुविधाजनक बना सकती है, पर इसके लिए बिहार सहित केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों को गंभीर होना होगा. 2013 में आतंकी यासिन भटकल नेपाल-बिहार सीमा से भारत में प्रवेश करने के प्रयास में पकड़ा गया था.पुरुलिया आर्मस ड्राॅप मामले के आरोपित किम डेवी ने 1995 में एक भारतीय की मदद से नेपाल-बिहार सीमा पार कर विदेश भाग गया.ऐसे अन्य कई भी उदाहरण हैं.

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