पटना में मिले दो कोरोना पॉजिटिव, स्वास्थ्य विभाग ने दी होम आइसोलेशन में रहने की हिदायत

स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने का परामर्श दिया गया है. उन्होंने बताया कि एक मरीज के सैंपल की जांच आइजीआइएमएस में और दूसरे के सैंपल की जांच इएसआइसी अस्पताल, बिहटा में की गयी है. बुधवार को राज्य भर में 2600 सैंपलों की जांच की गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 21, 2023 8:35 PM

पटना. राजधानी में लंबे समय के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीजों की पहचान हुई है. एक मरीज केरल की यात्रा करके लौटा है, जबकि दूसरा संक्रमित असम की यात्रा करके लौटा है. स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने का परामर्श दिया गया है. उन्होंने बताया कि एक मरीज के सैंपल की जांच आइजीआइएमएस में और दूसरे के सैंपल की जांच इएसआइसी अस्पताल, बिहटा में की गयी है. बुधवार को राज्य भर में 2600 सैंपलों की जांच की गयी.

असम से आया है एक मरीज

स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि पहला मरीज 29 साल का है, जो गर्दनीबाग का रहने वाला है. उसमें सर्दी-खांसी के लक्षण पाये जाने के बाद उसने अपना सैंपल गर्दनीबाग अस्पताल में दिया था. जांच के बाद उसमें कोरोना वायरस पाया गया है. उसके परिवार के अन्य सदस्यों की कोरोना जांच करायी जा रही है. दूसरा मरीज बांका का मूल निवासी है. वह पटना में रहता है और असम की यात्रा करके लौटा है. यह मरीज अपने साइनस का ऑपरेशन कराने इएसआइसी अस्पताल, बिहटा गया था, जहां उसकी जांच करायी गयी, तो वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया. उन्होंने बताया कि जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद ही पता चलेगा कि दोनों में कोरोना का कौन सब वैरिएंट है.

सभी जिलों में होगी कोरोना आरटीपीसीआर जांच

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि सभी जिलों में कोरोना आरटीपीसीआर जांच करानी है. सभी अस्पतालों को आवश्यक दवाएं, उपकरण, ऑक्सीजन सिलिंडर, निवोलाइजर और पीएसए प्लांट को एक्टिव रखना है. अभी इसको लेकर सभी जिलों व मेडिकल कॉलेजों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है. फिलहाल कोरोना को लेकर किसी प्रकार घबराने की आवश्यकता नहीं है.

कोरोना वायरस को लेकर दरभंगा प्रशासन हुआ सतर्क

उधर, दरभंगा में कोरोना वायरस और इसके संक्रमण को लेकर एक बार फिर अलर्ट की स्थिति आ रही है. मास्क, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं के साथ तैयार रहने और उसके भंडारण का निर्देश दिया गया. कोरोना के नये जेएन-1 सबवैरिएंट के मद्देनजर जिले को आरटीपीसीआर व एंटीजन जांच कराने को कहा गया है. जिले में इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. हालांकि सीएस कार्यालय के पास आरटीपीसीआर किट प्रचूर मात्रा में उपलब्ध नहीं है. इसे उपलब्ध कराने के लिए पत्राचार किया गया है.

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घबराने की आवश्यकता नहीं, सावधानी आवश्यक

सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि घबराने की आवश्यकता नहीं है. सावधानी बरतनी आवश्यक है, तब ही सुरक्षित रहा जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग कोराेना से निबटने के लिए तैयार है. ऑक्सीजन, दवा, जांच आदि की सुविधा उपलब्ध है. स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रेंड किया जा रहा है. बताया कि अनुमंडल अस्पताल में सभी आवश्यक उपकरण व्यवस्थित हैं. पीएचसी में प्रत्येक दिन 25 लोगों की आरटीपीसीआर जांच का निर्देश दिया गया है. रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव आदि जगहों पर एक हजार लोगों की एंटीजन किट से जांच की जायेगी.

डीएमसीएच में तैयारी पूरी कर लेने का दावा

कोरोना के नये सब वैरिएंट से निपटने के लिए उत्तर बिहार के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान डीएमसीएच में तैयारी कर लिये जाने का दावा किया गया है. 20 बेड के आइसीयू व 20 बेड के कोरोना वार्ड में व्यवस्था दुरूस्त कर ली गयी है. डीएससीएच उपाधीक्षक हरेंद्र कुमार ने बताया कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है. अफवाहों से बचने व सर्तक रहने की आवश्यकता है. डीएमसीएच में ऑक्सीजन, दवा, जांच आदि की सुविधा उपलब्ध है. ट्रेंड स्वास्थ्यकर्मी प्रतिनियुक्त हैं. आइसीयू व कोरोना वार्ड में सभी उपकरण दुरूस्त हैं.

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