पटना में दुकानों के आगे रखने होंगे दो डस्टबिन, नहीं तो लगेगा जुर्माना, नगर निगम चलाएगी जागरूकता अभियान
स्वच्छता सर्वेक्षण के पहले शुरू की जाने वाली इस कवायद के पीछे एक महत्वपूर्ण वजह यह भी है कि फुटपाथों और व्यावसायिक क्षेत्राें में बेहतर सफाई व्यवस्था बनाने में पटना नगर निगम अब तक सफल नहीं हो सका है.
पटना. स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर पटना नगर निगम की टीम अब व्यावसायिक क्षेत्रों में अपना ध्यान केंद्रित करेगी. दो-तीन दिनों में हर दुकानदार को, चाहे वह स्ट्रीट वेंडर हों या फिर स्थायी दुकानदार, सभी को अपनी दुकान के सामने अनिवार्य रूप से दो-दो डस्टबिन रखने होंगे. इनमें से एक गीला और दूसरा सूखा कचरे के लिए होगा. इससे नगर निगम की कचरा गाड़ी को अलग- अलग गीला और सूखा कचरा समेटने में सुविधा होगी.
500 से 5000 तक का लगेगा जुर्माना
नगर निगम की टीम स्वच्छता को लेकर जागरूकता अभियान चलाएगी. इसके बाद भी यदि दुकानदार नहीं मानें, तो अगले चरण में नगर निगम की टीम ऐसे दुकानदारों पर 500 से लेकर 5000 रुपये तक का जुर्माना लगायेगी.
व्यावसायिक क्षेत्रों की सफाई में पिछड़ रहा नगर निगम
स्वच्छता सर्वेक्षण के पहले शुरू की जाने वाली इस कवायद के पीछे एक महत्वपूर्ण वजह यह भी है कि फुटपाथों और व्यावसायिक क्षेत्राें में बेहतर सफाई व्यवस्था बनाने में पटना नगर निगम अब तक सफल नहीं हो सका है. शहर के बोरिंग रोड चौराहा, अशोक राजपथ में पटना मार्केट के सामने या मौर्या लोक के पास तारामंडल के सामने, जहां कहीं भी फूड हब है या एक साथ खाने-पीने की कई दुकानें और ठेले लगते हैं, वहां आसपास जूठे प्लेट, चाय के प्याले और ऐसी अन्य चीजें बिखरी रहती हैं. ऐसे स्थलों का दौरा करने पर स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम हमेशा कम अंक देती आयी है, जिससे शहर की स्वच्छता रैंक प्रभावित होती रही है.
व्यावसायिक क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था पर जोर
इस वर्ष नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर रैंक पाने के लिए सर्वेक्षण के ठीक पहले व्यावसायिक क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को कायम रखने पर भी जोर दिया है और उसके लिए विशेष अभियान शुरू करने जा रही है. जिसके तहत दुकानदारों के लिए डस्टबिन रखना अनिवार्य किया गया है.