Patna Crime News: बोरिंग रोड में लड़कियों के दो ग्रुप में मारपीट, अयूब खान को न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल

फुलवारीशरीफ में इस्लामिक आतंकवाद को बढ़ावा देने के मामले में गिरफ्तार अभियुक्त अयूब खान उर्फ उस्मान उर्फ सुल्तान को एनआइए ने पेश किया. विशेष कोर्ट ने अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में लेते हुए 27 जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया.

By RajeshKumar Ojha | July 21, 2023 12:58 AM

राजधानी पटना के बोरिंग रोड स्थित एक मॉल में आपसी विवाद को लेकर लड़कियों के दो ग्रुप में मारपीट की घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. बताया जाता है कि मॉल परिसर में बने टी स्टॉल पर दो लड़कियां चाय पी रही थी. इसी क्रम स्कूटी से कुछ लड़कियां वहां पहुंची और मारपीट करने लगी. मारपीट किस कारण से हुई है यह अभी पता नहीं चला है. लेकिन किसी ने इस मारपीट का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. प्रभात खबर वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

रंगदारी नहीं देने पर घर में घुसकर मां-बेटे को पीटा

10 लाख रुपये की रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों ने घर में घुसकर मां-बेटे के साथ मारपीट की है. यही नहीं, महिला के साथ छेड़खानी भी की है. इस संबंध में महिला ने कंकड़बाग थाने में प्राथमिकी दर्ज करवायी है. इसमें उन्होंने बताया है कि विग्रहपुर के टुनटुन यादव, मयंक कुमार और अंकित कुमार कई दिनों से मेरा घर हड़पना चाहते हैं. उन्होंने घर बेचकर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी है. मेरे बेटे को बार-बार धमकी देते हैं कि अगर 10 लाख रुपये रंगदारी नहीं मिली, तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना है. शुरुआत में मां-बेटे ने इस बात को नजरअंदाज किया. इसके बाद नामजदों के साथ अन्य अज्ञात लोग हथियार लेकर घर में घुस गये. तोड़फोड़ की और विरोध करने पर मारपीट कर मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया.

विजेंद्र को रिमांड पर लेगी दानापुर पुलिस

सीजीएल की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के प्रयास में ओडिशा के बालसोर पुलिस द्वारा गिरफ्तार परीक्षा माफिया विजेंद्र कुमार को दानापुर पुलिस रिमांड पर लेगी. विजेंद्र समस्तीपुर का रहने वाला है. उसे रिमांड पर लेने के पुलिस शुक्रवार को दानापुर काेर्ट में देगी.

व्यापमं घोटाले में भी जेल जा चुका है विजेंद्र

विजेंद्र ही परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक करने वाले गिरोह का सरगना है. वह मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले में भी जेल जा चुका है. वर्ष 2014 में इसे मध्यप्रदेश एसटीएफ की टीम ने बिहार से गिरफ्तार किया था. दानापुर थाने की पुलिस ने पिछले साल मार्च में दानापुर के आरके पुरम की साईं काॅलोनी स्थित एक अपार्टमेंट में छापेमारी की थी और नालंदा निवासी अश्विनी सौरभ, मनेर के तनेश कुमार, मुंगेर के बरियारपुर के रूपेश कुमार व विक्रम के शिव शंकर को गिरफ्तार किया था. इन लोगों पर परीक्षा में सेटिंग का आरोप था. हालांकि, विजेंद्र व अतुल वत्स फरार हो गये थे. बताते चलें कि ओडिशा की बालासोर पुलिस ने समस्तीपुर निवासी विजेंद्र, पटना के हनुमान नगर निवासी दीपक कुमार, जहानाबाद निवासी अजय कुमार और रोहतास निवासी राजकुमार सिंह को गिरफ्तार किया था. इन लाेगों के अलावा पांच अन्य को भी गिरफ्तार किया गया था.

अयूब खान को 27 तक न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

पटना एनआइए की विशेष अदालत में गुरुवार को फुलवारीशरीफ में इस्लामिक आतंकवाद को बढ़ावा देने के मामले में गिरफ्तार अभियुक्त अयूब खान उर्फ उस्मान उर्फ सुल्तान को एनआइए ने पेश किया. विशेष कोर्ट ने अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में लेते हुए 27 जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया. वह पूर्वी चंपारण जिले के मेहंसी थाने के मुगलपुरा का निवासी है. उक्त मामला फुलवारी थाना कांड संख्या 827.22, जो 12 जुलाई, 2022 को दर्ज हुआ था, जिसे एनआइए ने आरसी 31.22 के रूप में दर्ज कर अनुसंधान कर रही है. वर्तमान में एनआइए ने चार अभियुक्तों के खिलाफ मामले में आरोपपत्र दाखिल कर दिया गया है. प्रारंभिक जांच में एनआइए ने पाया कि अभियुक्त अयूब खान सदस्यों को ट्रेनिंग देता था और अन्य सदस्यों के साथ मिलकर देश में मजहबी दुश्मनी फैलाकर अशांति पैदा करना उद्देश्य था.

लोन देने के नाम पर कारोबारी के खाते से 1.5 लाख रुपये निकाले

लोन देने के नाम पर कंकड़बाग की पीसी कॉलोनी के रहने वाले कारोबारी ऋतुराज सिंह से 1.5 लाख रुपये की ठगी कर ली गयी है. उन्हें एक अंजान नंबर से कॉल आया और 20 लाख रुपये लोन देने की जानकारी देने के बहाने बात करने लगा. फोन करने वाले शख्स ने अपने आप को एक निजी बैंक का मैनेजर बताया. पीड़ित कारोबारी ने बताया कि फोन करने वाले शख्स के पास मेरे खाते से संबंधित सारी जानकारी थी. कौन से बैंक में खाता है और कितना का सालाना ट्रांजेक्शन है, ये सारी डिटेल बताया. यहां तक कि मेरा स्थानीय निवास की जानकारी भी बता दी. इसे मुझे यकीन हो गया. लोन संबंधित जानकारी लेने लगा और उसके वाट्सएप पर जरूरी कागजात भेज दिये. इसके बाद उसने जैसा कहता गया, मैं करता गया. कारोबारी ने बताया कि मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आया और लॉगिन करने के नाम पर ओटीपी पूछ लिया. जैसे ही मैंने ओटीपी बताया, खाते से तीन बार में 1.5 लाख रुपये की निकासी हो गयी. इस संबंध में पीड़ित कारोबारी ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवायी है और बैंक को भी जानकारी दी है.

Next Article

Exit mobile version