मुजफ्फरपुर. शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा की दीवार फांदकर रविवार की देर शाम दुष्कर्म के आरोपित समेत दो बंदियों ने भागने की कोशिश की. दोनों ने तीन गमछा को आपस में जोड़ा. इसके बाद फंदा बना बड़ी दीवार पर चढ़कर बाहर कूद गये. छोटी दीवार फांदने की कोशिश कर रहे थे.
इसी दौरान कालीबाड़ी मोहल्ले के लोगों व सुरक्षाकर्मियों की सजगता से दोनों 45 मिनट के अंदर पकड़े गये. भागने की कोशिश करनेवाला एक बंदी कांटी का झुम्मन मियां उर्फ कनकटवा है. वह चोरी के समान के साथ पकड़ा गया था.
वहीं दूसरा बंदी करजा के रकशा दक्षिण टोला निवासी अभिषेक कुमार है. वह दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद है. बताया जाता है कि भगाने में जेल में बंद कुछ बंदियों ने उनकी मदद की थी.
जेल की सुरक्षा पर उठे सवाल. दो बंदियों की भागने के प्रयास ने सेंट्रल जेल की सुरक्षा पर सवाल उठ गया है. दोनों बंदी बारी-बारी से दीवार पर चढ़े फिर भी वॉच टावर पर तैनात जवानों को इसकी भनक नहीं लगी.
घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीओ पूर्वी डॉ कुंदन कुमार, नगर डीएसपी रामनरेश पासवान व मिठनपुरा थानेदार भागीरथ प्रसाद के साथ सेंट्रल जेल पहुंच मामले की छानबीन की.
जेल अधीक्षक ने बताया कि बंदियों को भगाने में मदद करने वाले मनियारी के चकभिखी निवासी मो शाहनवाज, गोरौल पीरापुर के मो आसिफ, सरैया के रौशन कुमार सिंह समेत पांचों बंदियों पर मिठनपुरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
बंदियों के भागने के प्रयास के मामले में जेल अधीक्षक ने प्रभारी मुख्य उच्च कक्षपाल हरेंद्र शर्मा से स्पष्टीकरण मांगा है. वहीं, उच्च कक्षपाल सह दफा प्रभारी नरेंद्र सिंह, कारा अस्पताल के प्रभारी कक्षपाल रमेश राय, वार्ड 16 17 के प्रभारी कक्षपाल संजीव कुमार और वार्ड 8,19 के प्रभारी कक्षपाल प्रदीप सिंह को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है.
शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा के जेल अधीक्षक राजीव कुमार ने कहा कि केंद्रीय कारा से दो बंदियों ने पलायन का प्रयास किया था. दोनों को पकड़ लिया गया है. बंदियों की मदद करने वाले तीन की पहचान की गयी है. उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
Posted by Ashish Jha