Bihar News: मधुबनी के खजौली़ कलुआही थाना क्षेत्र के नरार कृषि फार्म के पास कोचिंग से पढ़कर लौट रहे दो आठवीं कक्षा के दो छात्रों के ऊपर 11 हजार पावर का तार टूट कर गिर गया. जिससे घटना स्थल पर ही दोनों की दर्दनाक मौत हो गयी. मृतक छात्र की पहचान 13 वर्षीय सुनील चौपाल एवं 13 वर्षीय गगन चौपाल के रुप में की गयी है. दोनों छात्र नरार थान टोल वार्ड 13 के रहने वाले बताये जा रहे हैं.
जानकारी के अनुसार दोनों छात्र नरार ट्रेनिंग स्कूल के समीप एक निजी कोचिंग सेंटर से शाम में पढ़ कर एक ही साइकिल से वापस अपने घर जा रहे थे. जब वे दोनों कृषि फार्म के आगे नहर के समीप पहुंचे तो अचानक उनके उपर 11 हजार पावर का तार टूट कर गिर गया. तार गिरते ही दोनों उसकी चपेट में आ गये. दोनों के शरीर से आग की लपटें उठने लगी. गांव
घटनास्थल के पास ही गांव की कुछ महिलाएं भी काम कर रही थी. दोनों छात्र के साथ हुई घटना को देखकर महिलाओं ने दौड़कर गांव के लोगों का बताया. जिसके बाद गांव के लोग मौके पर पहुंचे. इसकी सूचना थाना में पुलिस को दी गयी. वहीं बार-बार बिजली विभाग के अधिकारी को भी फोन किया गया. पर कई बार फोन करने के बाद अधिकारी फोन नहीं उठाये. काफी देर बाद बिजली के कर्मचारी से संपर्क हो सका. जिसके बाद लाइन काटा गया.
इधर थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार भी मौके पर पहुंचे. गांव के लोग दो छात्रों की दर्दनाक मौत से आक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने शव को उठाने से इंकार कर दिया. लोग जिलाधिकारी के घटना स्थल पर आने, मृतकों के परिजन को दस दस लाख रुपये मुआवजा दिये जाने की मांग कर रहे थे. लोगों ने कहा कि खजौली थाना क्षेत्र में तार जर्जर हो चुका है. कई बार इस तरह की घटना घट चुकी है.
भागलपुर के एसएम कॉलेज रोड में शुक्रवार को लाइन ठीक करने के दौरान करंट लगने से लाइनमैन संजीत कुमार यादव झुलस गया. जिनका इलाज मायागंज अस्पताल में चल रहा है. घटना दिन के करीब 11 बजे की है. इलाज के लिए विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों से पैसे की मदद नहीं मिलने से सभी लाइनमैन ने काम रोक दिया. इसका सीधा असर बिजली उपभोक्ताओं की सेवा-सुविधा पर पड़ा. बिजली लाइनों में खराबी ठीक कराने में बिजली कंपनी के इंजीनियरों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. लाइनमैनों ने बताया कि इससे पहले भी संजीत को दो बार करंट का झटका लगा था.
डॉक्टर का कहना है कि करंट से 40 प्रतिशत वह झुलस गया है. लाइनमैनों ने बताया कि इलाज के लिए उसे पैसे की जरूरत है. विभाग से कोई सहयोग राशि नहीं मिल सकी है. जबकि बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाने की तैयारी में है. इस संबंध में तिलकामांझी सब डिवीजन के सहायक अभियंता प्रणव मिश्रा ने बताया कि इलाज कराने के लिए परिजन को 10 हजार रुपये देकर सहायता की गयी है. जरूरत पड़ी तो पैसे से मदद की जायेगी. बेहतर इलाज के लिए अगर पटना भेजने की आवश्यकता पड़ी, तो बेझिझक रेफर करा उन्हें भेजा जायेगा.