बरसात में दूषित पानी व भोजन से बच्चे हो रहे हैं टायफाइड के शिकार, रहें सावधान

वरीय फिजिशियन डॉ. विनय कुमार झा ने बताया कि शरीर में टायफाइड का बैक्टीरिया प्रवेश कर गया है तो इस रोग का लक्षण शरीर में एक सप्ताह के अंदर ही दिखने लगता है. बच्चे भोजन से दूर होने लगते है, हमेशा सिर एवं पेट में दर्द की शिकायत करते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 2, 2022 3:17 PM

भागलपुर जिले के बच्चे अब बैक्टीरिया के चपेट में आकर टाइफाइड का शिकार हो रहे हैं. यह रोग गंदगी के संपर्क में आने से होता है. सामान्य सोच है कि इस रोग के शिकार सिर्फ युवा होते हैं, लेकिन यह सही नहीं है. काफी संख्या में बच्चे भी इसके शिकार हो रहे हैं. सही समय पर इलाज से इस रोग पर आसानी से काबू पाया जा सकता है. चिकित्सक के अनुसार बरसात के मौसम में बच्चों का खास ध्यान रखे.

स्ट्रीट फूड से अभी बचने की जरूरत

इसको लेकर वरीय फिजिशियन डॉ. विनय कुमार झा ने बताया कि शरीर में टायफाइड का बैक्टीरिया प्रवेश कर गया है तो इस रोग का लक्षण शरीर में एक सप्ताह के अंदर ही दिखने लगता है. बच्चे भोजन से दूर होने लगते है, हमेशा सिर एवं पेट में दर्द की शिकायत करते हैं. जरा सा खेलने पर थकान और कमजोरी की बात कहते है. कभी बच्चे को कब्ज व उल्टी की शिकायत, तो कभी डायरिया हो जाता है.

बच्चे हो गये हैं शिकार, तो इस ऐसे करें परहेज

डॉ. विनय कुमार झा ने बताया कि अगर बच्चे टायफाइड के शिकार हो जाते हैं, तो सावधानी बेहद जरूरी है. बच्चों को ज्यादा से ज्यादा तरल भोजन दे. ओरआरएस समय-समय पर दें, जिससे शरीर में पानी की कमी नहीं हो. बच्चों को बाहर नहीं जाते दे, ज्यादा से ज्यादा आराम करने दे. इससे बच्चे को कमजोरी नहीं होगी और संक्रमण से लड़ने की ताकत शरीर में बनी रहेगी. इस रोग में तेज बुखार आता है. ऐसे में बच्चे के शरीर को गिले कपड़े से साफ करे. हमेशा ताजा और गर्म भोजन कराएं व पानी उबाल कर पीने दे.

बच्चे इस वजह से हो रहे इस रोग के शिकार

डॉ. झा ने बताया किखेलते-खेलते बच्चों को प्यास लगती है, तो वह पानी पी लेते है. उस वक्त बच्चे नहीं जान पाते हैं कि पानी दूषित है या साफ. ऐसे में दूषित पानी का सेवन अगर बच्चे कर लेते हैं, तो वह बैक्टीरिया के शिकार हो जाते हैं. बरसात के मौसम में बच्चे अगर बाजार में स्ट्रीट फूड खा लेते हैं, तो इससे भी रोग के शिकार हो सकते है. बरसात में बच्चों के साथ-साथ युवा गोलगप्पे का सेवन शौक से करते हैं. अगर इसे बेचने वाले ने सफार्इ का ध्यान नहीं दिया है, तो आप भी टायफाइड का शिकार हो सकते हैं. एेसे में अगर बाजार में भोजन कर रहे हैं, तो ध्यान दे कहीं दुकान में गंदगी तो नहीं है.

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