पटना. मौसम बदलते ही टायफाइड के मरीजों में इजाफा होने लगा है. अस्पतालों में रोजाना बीमारी से पीड़ित मरीज इलाज कराने आ रहे हैं. अस्पतालों की इमरजेंसी में भर्ती होने वाले अधिकतर मरीज इससे पीड़ित मिल रहे हैं या लिवर-किडनी में संक्रमण है. कई लोगों में प्लेटलेट भी कम मिल रहा है.
तीन दिनों में भर्ती हुए 23 मरीज
बीते तीन दिनों में पटना शहर के आइजीआइएमएस, पीएमसीएच और गार्डिनर रोड अस्पताल मिलाकर टायफाइड के कुल 23 मरीज भर्ती हुए हैं. इनमें सबसे अधिक बच्चे व किशोर शामिल हैं, जिनकी उम्र तीन साल से 16 साल के बीच है. इसके अलावा कुछ युवक भी बीमारी की चपेट में आये हैं.
तीन दिनों में नहीं उतरे बुखार तो जाएं अस्पताल
वहीं पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि किसी भी तरह का संक्रमण लंबे समय तक बना रहने से मरीज बुखार की चपेट में जा रहे हैं. कई बीमारियों के साथ टायफाइड भी पॉजिटिव आ रहा है. इससे प्लेटलेट कम हो रहे हैं. निश्चित मात्रा में फ्लूड देने से मरीजों को राहत मिल रही है. हालांकि अगर डेंगू या मलेरिया पॉजिटिव है, तो बेहद एहतियात के साथ फ्लूड देना पड़ता है. उन्होंने बताया कि अगर तीन दिन बुखार सामान्य पैरासिटामॉल से नहीं उतरे, तो अस्पताल में आकर दिखाएं. बेहतर इलाज से मरीजों को आगे दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है.