पूर्णिया. बिहार के पूर्णिया में 113. 74 लाख से बन रहे एक निर्माणाधीन पुल का बड़ा हिस्सा ढलाई के दौरान गिर गया. बायसी प्रखंड की खपड़ा पंचायत में पीएमजीएसवाई योजना के तहत इस पुल का निर्माण हो रहा था. इस घटना में तीन मजदूर भी घायल हुए हैं. घटना को लेकर विभाग के पदाधिकारियों ने ठेकेदार को जिम्मेदार बताया है. विभाग के पदाधिकारियों का आरोप है कि दो दिन पहले निर्माण को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया था. इसके बाद भी ठेकेदार मोहम्मद तकसीर ने बिना किसी सूचना के काम को जारी रखा था.
पुल के ध्वस्त होने की सूचना मिलने के बाद विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया और वे भागे-भागे पुल निर्माणास्थल पर पहुंचे, जहां उनके पहुंचने तक स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ भी जमा हो गई. हादसे के बाद पुल के संवेदक मुंशी भाग निकले. मजदूरों का इलाज पास के निजी चिकित्सकों के यहां कराया जा रहा है. बायसी के खपड़ा पंचायत में बनाये जा रहे इस पुल के संवेदक अमौर के रहने वाले मो. तकसीर आलम हैं, जबकि ग्रामीण कार्य विभाग के पास इस काम को देखने की जिम्मेदारी है. 20.10 मीटर लंबे इस पुल के बन जाने से खपड़ा पंचायत के दो गांव चौनी एवं मलहरिया आपस में जुड़ जाएंगे.
ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता रामू प्रसाद ने माना कि संवेदक की लापरवाही के कारण ध्वस्त होकर गिरा है. उन्होंने यह भी बताया कि तीन दिन पूर्व उन्होंने खुद इस निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया था और संवेदक को कई तरह के सुधार करने के बाद पुल की ढलाई करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद भी संवेदक ने बिना किसी सूचना के आज पुल की ढलाई शुरू कर दी, जिस कारण पुल के ध्वस्त होने की घटना घटी है. इस मामले में लापरवाह संवेदक मो तकसीर आलम को ब्लैक लिस्ट में डालने के लिए राज्य मुख्यालय को रिपोर्ट भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है.