पीएम स्वनिधि योजना के तहत पटना में 55 हजार वेंडर किये गये चिह्नित, 30 प्रतिशत को मिला कर्ज, जानिये अन्य शहरों का हाल
चिह्नित वेंडरों को लेकर अब तक एक लाख दो हजार चार सौ 50 वेंडर सर्वे के दायरे में आये हैं. सर्वे में आये वेंडरों के बीच पीएम स्वनिधि योजना का लाभ दिया जा रहा है.

पटना . राज्य के 142 नगर निकायों में वेंडर सर्वे का काम पूरा हो गया है. पूरे राज्य में अब तक दो लाख 58 हजार पांच सौ 13 वेंडरों को चिह्नित किया गया है.
चिह्नित वेंडरों को लेकर अब तक एक लाख दो हजार चार सौ 50 वेंडर सर्वे के दायरे में आये हैं. सर्वे में आये वेंडरों के बीच पीएम स्वनिधि योजना का लाभ दिया जा रहा है.
इसके लिए अब तक 60 हजार दो सौ 56 वेंडरों ने आवेदन दिये हैं. कुल 17 हजार आठ सौ 61 वेंडरों के आवेदन की स्वीकृति मिली है और अब तक लगभग आठ माह में आठ हजार छह सौ 40 वेंडरों के बीच दस-दस हजार रुपये लोन की राशि मिली है. इससे स्ट्रीट वेंडर अपने रोजगार खड़ा कर सकेंगे.
पटना में सबसे अधिक
पटना नगर निगम में सबसे अधिक 55 हजार वेंडरों को चिह्नित किया गया है. इनमें 12 हजार नौ सौ 22 वेंडरों का सर्वे किया गया है. इसमें 15 फीसदी के लगभग 8402 वेंडरों ने पीएम स्वीनिधि के लिए आवेदन किये हैं.
32 फीसदी आवेदनों को योजना की स्वीकृति मिली है. 2732 आवेदन को बैंकों ने स्वीकृति दी है. अब तक पटना शहर के 1203 वेंडरों को दस-दस हजार का लोन मिल चुका है.
मुजफ्फरपुर में 8155 वेंडर
मुजफ्फरपुर नगर निगम में कुल 8155 वेंडरों को चिह्नित किया गया है. इनमें 1454 वेंडर सर्वे के दायरे में आ चुके हैं. पीएम स्वीनिधि योजना के तहत 3166 वेंडरों ने लोन के लिए आवेदन दिये हैं.
इनमें मात्र सात सौ 86 वेंडरों के आवेदन पर स्वीकृति मिली है और आठ माह से अधिक समय बीतने के बाद मात्र चार सौ 65 वेंडरों को लोन मिला है.
गया में 12451 वेंडर
गया नगर निगम में 12451 वेंडरों को चिह्नित किया गया है. इनमें 2152 वेंडर सर्वे के दायरे में आ चुके हैं. योजना के तहत 2729 वेंडरों ने लोन के लिए आवेदन दिये हैं.
इनमें मात्र 1387 वेंडरों के आवेदन पर स्वीकृति मिली है और आठ माह से अधिक समय बीतने के बाद मात्र 791 वेंडरों को लोन मिला है.
भागलपुर में 9540 वेंडर
भागलपुर नगर निगम में 9540 वेंडरों को चिह्नित किया गया है. इनमें 1944 वेंडर सर्वे के दायरे में आ चुके हैं. पीएम स्वीनिधि योजना के तहत 2732 वेंडरों ने लोन के लिए आवेदन दिये हैं.
इनमें मात्र पांच सौ 72 वेंडरों के आवेदन पर स्वीकृति मिली है और सबसे कम आठ माह से अधिक समय बीतने के बाद मात्र दो सौ 57 वेंडरों को लोन मिला है.
Posted by Ashish Jha