Union Budget 2021-22 : कोरोना वैक्सीनेशन पर सरकार का बड़ा प्लान, बजट में कर सकती है 80,000 करोड़ के खर्च प्रावधान

Union Budget 2021-22 : कोरोना काल में 1 फरवरी 2021 को पेश होने वाले केंद्रीय बजट 2021-22 में स्वास्थ्य प्रणाली को लेकर बड़ा ऐलान कर सकती है. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में कोरोना वैक्सीन की खरीद, उसके भंडारण, परिवहन और वितरण के लिए विशेष घोषणा कर सकती है. इसके साथ ही, जनस्वास्थ्य प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए भी बजट में विशेष प्रावधान किया जा सकता है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को कोरोना काल का पहला सालाना बजट पेश करेंगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2020 9:36 AM

Union Budget 2021-22 : कोरोना काल में 1 फरवरी 2021 को पेश होने वाले केंद्रीय बजट 2021-22 में स्वास्थ्य प्रणाली को लेकर बड़ा ऐलान कर सकती है. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में कोरोना वैक्सीन की खरीद, उसके भंडारण, परिवहन और वितरण के लिए विशेष घोषणा कर सकती है. इसके साथ ही, जनस्वास्थ्य प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए भी बजट में विशेष प्रावधान किया जा सकता है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को कोरोना काल का पहला सालाना बजट पेश करेंगी.

अंग्रेजी की वेबसाइट मनी कंट्रोल ने अपनी एक विशेष रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि कोरोना वैक्सीन और जनस्वास्थ्य प्रणाली पर केंद्र सरकार करीब 80,000 करोड़ रुपये तक खर्च करने की बड़ी घोषणा कर सकती है. यह रकम केंद्र सरकार द्वारा खर्च की जाएगी. इसके अलावा, राज्य सरकारें और निजी क्षेत्र भी अपने स्तर पर खर्च करेंगे.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि भारत के प्रत्येक व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी. सरकार के द्वारा इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है. कहा यह भी जा रहा है कि भारत में हर व्यक्ति को वैक्सीन उपलब्ध कराना दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम होगा.

मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों को भी मान चुकी है. बजट के साथ इन सिफारिशों के बारे में भी जानकारी दी गई है. कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य क्षेत्र पर होने वाला यह खर्च देश की जीडीपी के आधार पर पहले से तय हिस्सेदारी के मुकाबले दोगुना होगा. साथ ही, सरकार मेडिकल प्रोफेशनल्स की डेडिकेटेड कैडर भी तैयार करेगी.

आधिकारिक सूत्रों के हवाले से ​इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले सालों में एक बार खर्च करने के लिए प्रावधान पर चर्चा हुई है. सरकार इसका एक बड़ा हिस्सा वैक्सीन की खरीद, परिवहन, भंडारण और वितरण पर खर्च करेगी. हालांकि, निजी क्षेत्र की भी इसमें अहम भूमिका होगी. भारत में फार्मा सेक्टर की उत्पादन क्षमता दुनिया में सबसे ज्यादा है. केंद्र और राज्यों द्वारा बड़े स्तर पर वैक्सीन की खरीद की जाएगी. सरकार हर व्यक्ति तक वैक्सीन पहुंचाने की तैयारी में जुटी है.

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Posted By : Vishwat Sen

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