Budget 2023: आम बजट 2023 संसद में पेश होगा. इसे लेकर पूरे देश की नजरें नरेंद्र मोदी सरकार पर ही है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2023 को संसद में अपनी ओर से पांचवा बजट पेश करेंगी. वहीं रेल बजट को अलग से पेश करने की मांग अब बिहार से उठी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी वकालत की है जिसके बाद सियासी घमासान मचा.
एक फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. रेल बजट भी साथ ही पेश कर दिया जाएगा. इसे अलग से पेश करने की प्रथा को 2017 में समाप्त कर दिया गया था. पहले आम बजट से पहले रेल बजट पेश किया जाता था. लेकिन अब वित्त मंत्री ही अपने बजट में इसे शामिल करते हैं. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अब इसे अलग से पेश करने की मांग की है और बजट पर दिल्ली में चल रहे मंथन बैठक के दिन भी इस मांग को दोहराया है.
बता दें कि नीति आयोग ने केंद्र सरकार से सिफारिश की थी कि अलग से रेल बजट की प्रथा को समाप्त किया जाए और तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु के कार्यकाल में रेलवे और केंद्रीय बजट को एक करके उस समय के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2017 से आम बजट में ही रेल बजट को पेश किया था. तब से ये परंपरा कायम है. ब्रिटिश सत्ता काल से चली आ रही इस परंपरा को खत्म किया गया था.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 1998 से लेकर 2001 तक रेल मंत्री रह चुके हैं. नीतीश कुमार ने रेल बजट को अलग से पेश करने की मांग की है. उन्होंने इससे रोजगार से जोड़ा है और कहा कि तब रेल बजट के बाद रेलवे की नौकरियों पर लोगों के बीच चर्चा होती थी. देश के नागरिकों का ध्यान रेल बजट की ओर रहता था. वहीं भाजपा इसका विरोध करती है और बीजेपी का मानना है कि आम बजट के साथ ही रेल बजट पेश होने से फायदा हुआ है.
Posted By: Thakur Shaktilochan