Union Budget 2023 पर महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट जन विरोधी, गरीब विरोधी है. हमेशा की तरह इस बार भी मोदी सरकार ने अमीरों के लिए बजट बनाया. आम बजट पूरी तरह गरीब और मध्यम वर्ग विरोधी है. सरकार ने फिर इस बार गरीब, मजदूर और किसानों को पूरी तरह दरकिनार कर दिया है. इस बजट में देश के 80% आबादी की उपेक्षा की गई है. बजट में कर्ज लेने वाले मध्य वर्ग को आयकर कोई बड़ी राहत नहीं दी गई. सरकार के इस बजट में बडे सुधार नदारद दिखाई दे रहे है. बजट के नाम पर एक बार फिर इस सरकार ने देश को जुमला परोसा है.
विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस सरकार के पास महंगाई को रोकने के लिए इस बजट में कुछ नहीं है. हर साल दो करोड़ नौकरी देने वादा करने वाले इस सरकार के पास रोजगार के लिए इस बजट में कुछ नहीं है. क्या हुआ सरकारी भर्ती का, इस बजट में कुछ नहीं है. बीजेपी का ये बजट पूरी तरह से अवसरवादी, जनविरोधी और गरीब विरोधी है. यह केवल एक वर्ग के लोगों को लाभान्वित करेगा जो देश को लूटने में लगे हैं जिनके लिए मोदी सरकार काम करती है. इस सरकार को ग़रीबों से कोई सरोकार नहीं है.
Union Budget 2023 पर महागामा विधायक ने कहा कि मनरेगा का बजट 73000 करोड़ से घटकर 60,000 करोड़ कर दिया गया है, जबकि देश के एक बड़ी आबादी इस पर ही टिकी है. मोदी सरकार को आज भी किसानों से कोई लेना देना नहीं है, सरकार ने इस बजट में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना– 12954 करोड़ से घटकर 10787 करोड़ कर दिया है. वहीं राष्ट्रीय शिक्षा मिशन–39553 करोड़ से घटकर 38953 करोड़ कर दिया गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन–37160 करोड़ से घटकर 36785 करोड़ कर दिया गया है. प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना–10000 करोड़ का बजट घटकर 3365 करोड़ कर दिया गया है.