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केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहुंची गया, देव घाट पर किया अपने पूर्वजों का पिंडदान

केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गया पहुंची हुई हैं. केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज ( शुक्रवार ) गयाजी में अपने पूर्वजों के लिए पिंडदान और तर्पण किया. इस दौरान प्रशासन के कई अधिकारी भी मौजूद रहे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2022 11:57 AM

गया. विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला बीते 9 सितंबर को शुरू हुआ था, जिसका समापन 25 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ हो गया. इस साल देश- विदेश से लाखों श्रद्धालुओं ने यहां पिंडदान किया. वहीं, केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज ( शुक्रवार ) गयाजी में अपने पूर्वजों के लिए पिंडदान और तर्पण किया.

केन्द्रीय वित्त मंत्री ने गया में किया पिंडदान

केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गया पहुंची हुई हैं. यहां केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गयाजी में अपने पूर्वजों के लिए पिंडदान और तर्पण किया. विष्णुपद मंदिर क्षेत्र में स्थित फल्गु नदी के किनारे देव घाट पर वित मंत्री निर्मला सीतारमण के माता पिता ने अपने पूर्वजो का पिंडदान किया. इस दौरान देव घाट पर पिंडदान करने के बाद विष्णुपद मंदिर के गर्भ गृह में विष्णुचरण के पास सभी परिजनों के साथ विष्णुचरण का दर्शन किया. पिंडदान के बाद विष्णुपद मंदिर प्रबंधाकरिणी द्वारा उनका स्वागत और अभिनंदन किया गया. वहीं, इस दौरान प्रशासन के कई अधिकारी भी मौजूद रहे.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहली बार आई हैं गया

वहीं, पिंडदान करा रहे गया के गयापाल पंडा दीपू भैया ने बताया कि भारत सरकार के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने माता- पिता के साथ पहुंची. उन्होंने देव घाट पर पूर्वजो का पिंडदान किया. आज यह अक्षवाट पर भी पिंडदान करेंगी और ब्राह्मणो का भोजन भी करायेंगी. उसके बाद पण्डाजी से सुफल लेकर अपने कार्य को पूरा करेंगी. गया पाल पंडा ने बताया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहली बार गया आई हैं.

पिंडदान करने इस साल रही भारी भीड़

बता दें कि पूरी दुनिया से लोग गया में पिंडदान करने पहुंचते हैं. इस साल विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला बीते 9 सितंबर को शुरू हुआ था, जिसका समापन 25 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ हो गया. वहीं, इस साल देश-विदेश से लगभग 12 लाख तीर्थयात्री गया में पहुंचकर अपने पितरों का पिंडदान तर्पण और कर्मकांड को पूरा किया. इसके लिए खास व्यवस्था भी की गई थी. कोरोना के वजह से दो साल बाद लोगों की इस साल भारी भीड़ जुटी हुई थी.

( गया से पंकज कुमार )

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