बिहार के बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य में अगर भाजपा की सरकार आती है तो बख्तियार खिलजी के नाम पर बने शहर बख्तियारपुर का नाम बदल दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत में अंग्रेजों से पहले मुगलों का राज था. मुगलों ने कई धार्मिक स्थलों को तोड़ा. बख्तियार खिलजी ने नालंदा जैसे ज्ञान-विज्ञान के केंद्र को तोड़ा. ऐसे में आज बख्तियारपुर और बेगूसराय जैसे शहरों के नाम को बदलने की जरूरत है. हमारी सरकार आते ही, गुलामी के सारे चिन्हों को मिटा दिया जाएगा. गिरिराज सिंह ने कहा कि ये तुष्टिकरण की राजनीति नहीं है. भारत के मुसलमान मुगल के वंशज नहीं है. ये हमारे वंशज हैं.
रामनवमी हिंसा मामले में राज्य सरकार पर सीधा हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य में लॉ एंड ऑडर नाम की चीज नहीं है. सरकार वोट के लिए दंगाइयों को छोड़ रही है और हिंदुओं को फंसा रही है. यह बहुत दिनों तक चलने वाला नहीं है. मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि असली आरोपियों पर कार्रवाई की जाए. हिंदुओं पर लगाए गए झूठा मुकदमा को वापस लिया जाए. गिरिराज सिंह ने कहा कि पड़ोसी राज्य है उत्तर प्रदेश, सरकार ने वहां मंदिरों से ही नहीं, मस्जिदों से भी लाउडस्पीकर को हटा दिया. मगर एक दंगा नहीं हुआ.
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बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम पर भी हमला करते हुए कहा कि वो मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं. हालांकि, सपना कोई भी देख सकता है, उसकी मनाही नहीं है. बिहार की जनता ने अपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चूना है. अभी वो पद खाली नहीं है. राज्य में सासाराम और नालंदा जल रहा था और सीएम प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे थे. उन्हें ऐसा लगता है कि वो टोपी पहनकर प्रधानमंत्री बन सकते हैं. राज्य में तुष्टीकरण की पराकाष्ठा है.