बिहार महिला उद्योग संघ की ओर से आयोजित ‘वार्षिक दशहरा मेले’ के दूसरे संस्करण की शुरुआत ज्ञान भवन में हो चुकी है. इस प्रदर्शनी के आयोजन से बिहार के साथ-साथ देश की भी अर्थव्यवस्था में बढ़ोतरी होगी. भारत में तेजी से उभरते बाजार के रूप में पटना की स्थिति को देखते हुए यह वार्षिक दशहरा मेला निःसंदेह व्यापार का अवसर प्रदान करेगा.
बिहार महिला उद्योग संघ द्वारा आयोजित वार्षिक दशहरा मेला- 2023 का यह दूसरा संस्करण है. इस मेले का आयोजन विशेष रूप से महिला उद्यमियों के लिए किया गया है, ताकि वो इस मंच के माध्यम से अपने द्वारा तैयार किये गये सामान को बेच सकें. तीन अक्तूबर तक चलने वाले इस मेले में भारत के कई राज्यों के उद्यमियों ने अपना स्टॉल लगाया है.
वीमेन एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट एंड जेंडर इक्वलिटी थीम आधारित इस मेले में कुल 220 स्टॉल्स लगाये गये हैं. इसमें एमएसएमइ के 60 स्टॉल, सिडबी के 40 स्टॉल, डब्लूसीडीसी के 20 स्टॉल, नाबार्ड के 10 स्टॉल और बाकी के स्टॉल बिहार महिला उद्यमियों के हैं.
मेले में सिल्क, हैंडलूम, आभूषण, सत्तू, पापड़, अचार, मिथिला पेंटिंग, टिकुली व सिक्की आर्ट के आइटम्स, थ्री डी प्रिंटेड आइटम्स, रोबोटिक्स, होम डेकॉर सहित अन्य उत्पादों के स्टॉल्स लगाये गये हैं. यह मेला सुबह 10 : 30 बजे से रात 8 : 30 बजे तक निःशुल्क प्रवेश के साथ खुला रहेगा.
जयप्रकाश नगर से आये पुष्कर कुमार बताते है कि उनका स्टार्टअप द रेड सोयल सक्लप्चर है. वे टेराकोटा के उत्पाद को लोगों तक लाने का काम कर रहे हैं. इसमें उनका साथ दिव्या कुमारी दे रही है जो खुद के आर्टिस्ट हैं. वे अंडरकट स्टोन आर्ट करती है.
पुष्कर के स्टाल में कस्टमाइज्ड टेराकोटा के उत्पाद है जिनमें फ्लावरपॉट, टेराकोट जाली, सेरामिक फ्लावर पॉट, अंडरकट स्टोन आर्ट और हैंगिंग टेराकोटा हैं. इनकी कीमत 70 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक है.
इस मेले में अंतर्ज्योति बालिका विद्यालय की बच्चियों ने हैंडमेड मोमबत्ती का स्टाल लगाया हैं. इनके पास रोज, क्रिसमस ट्री, टेड्डी बियर जैसे अलग-अलग आकार की मोमबत्तियां हैं. इनकी कीमत 40-80 रुपये है. इनके साथ रेणु कुमारी और रजनी साथ हैं.
मेले में अपना स्टॉल लगाई नूतन झा बताती हैं कि वे पिछले 7 सालों से इस क्षेत्र से जुड़ी हुई है. उनके स्टाॅल में मल्टी आर्ट की चीजें हैं. यह सारे हैंडमेड हैं. वे बताती हैं कि वे महिलाओं को रोजगार से भी जोड़ने का कार्य कर रही हैं.
नूतन झा के उत्पाद पटना के अलावा अलग-अलग राज्यों में जाते हैं. यहां उनके पास सिक्की आर्ट की बास्केट, ज्वेलरी बॉक्स, रोटी का डब्बा, चूड़ियां, इयररिंग्स हैं. मिथिला पेंटिंग की भी चीजे हैं. जिनकी कीमत 50 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक की है.
सत्त्वो के फाउंडर ऋषभ और विश्वजीत ने अपने स्टार्टअप की शुरुआत एक साल पहले की थी. मकसद कि ऐसा उत्पाद बनाये जो इको फ्रेंडली हैं. इनके सारे उत्पाद 90% प्लास्टिक फ्री हैं. वे बिहार स्टार्टअप और स्टार्टअप इंडिया से जुड़े हुए हैं.
ऋषभ और विश्वजीत ने बताया कि एक रिसर्च के दौरान उन्हें पता चला कि जिन ऑर्गेनिक चीजों का इस्तेमाल वो कर रहे हैं उनमें कही न कही प्लास्टिक होता है , इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने स्टार्टअप की शुरुआत की.इसमें वेस्ट पेपर पेंसिल, बांस के टूथ पेस्ट, बॉटल, नीम की कंघी और अन्य चीजें हैं. इनकी कीमत 100 रुपये लेकर 1000 रुपये तक हैं.
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