बरौनी के हर्ल खाद कारखाने में लगेगा नैनो यूरिया का यूनिट, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने किया ऐलान
बरौनी के हर्ल खाद कारखाने में नैनो यूरिया का यूनिट लगाया जाएगा. ताकि किसानों को इको यूरिया की कमी का सामना नहीं करना पड़े. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने शनिवार को इस कारखाने के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के बाद इसका ऐलान किया.
बेगूसराय जिले के बरौनी में निर्माणाधीन हर्ल खाद कारखाने में नैनो यूरिया का भी यूनिट जल्द लगेगा, ताकि किसानों को इको यूरिया उपलब्ध हो सके. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने शनिवार को इस कारखाने के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने के बाद इसका एलान किया. उन्होंने यहां अधिकारियों के साथ बैठक भी की. हर्ल के सीएमडी आरसीएफ और एमडी एससी मुदगेरीकर ने बताया कि 88% कार्य हो चुका है. 30 अगस्त, 2022 तक यहां से यूरिया का उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य है.
किसानों को अब नहीं होगी यूरिया की कमी
आइओसीएल, एनटीपीसी, कोल इंडिया, एफसीआइएल और एचएफसीएल के संयुक्त उपक्रम हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड (हर्ल) के मातहत बरौनी खाद कारखाने का निर्माण कार्य 18 मई, 2018 से शुरू हुआ है. यह 336 एकड़ में 7043 करोड़ की लागत से बन रहा है. मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 मई को गुजरात के कलोल में देश के पहले नैनो यूरिया (लिक्विड) प्लांट का उद्घाटन किया. इस प्लांट से रोजाना 500 मिली लीटर की लगभग 1.5 लाख बोतलों का उत्पादन होगा. इस प्लांट के बाद देश में आठ और नैनो प्लांट खोलने की योजना है. इसके तहत हर्ल खाद कारखाना, बरौनी में भी नैनो यूरिया का एक यूनिट लगाया जायेगा. उनके साथ केंद्रीय मंत्री व सांसद गिरिराज सिंह और बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय मौजूद थे.
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नाइपर के छात्रों की इंडस्ट्री में एक साल की इंटर्नशिप
हाजीपुर. केंद्रीय मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने हाजीपुर स्थित राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (नाइपर) में शनिवार को एक कार्यक्रम में भी भाग लिया और रिसर्च एवं डेवलपमेंट की विशेष सुविधा के लिए बनाये गये लैब का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने और सरकार के आत्मनिर्भर संकल्प के लिए एकेडमी और इंडस्ट्री के बीच लिंक होना आवश्यक है. ऐसे में नाइपर में पढ़ने वाले छात्रों को अपनी पढ़ाई के अंतिम साल में इंडस्ट्री में आवश्यक इंटर्नशिप करनी होगी. छात्रों को एक इंटेंसिव भी मिलेगा. नाइपर जिस इंडस्ट्री से कोलबोरेट किये हुए होगा, वहां छात्रों को इंटर्नशिप दी जायेगी. इस दौरान उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी मौजूद थे.