Indian Railways News, Train Status : रेल मंत्रालय (Rail Ministry News) ने 12 अगस्त तक सारी सामान्य ट्रेनों का संचालन कैंसिल कर दिया है. यानी इस बीच जितने लोगों ने भी सफर के लिए टिकट कटवाया था उनका टिकट कैंसिल (How do I get a refund on a Cancelled train ticket?) होगा और रेलवे उन्हें रिफंड करेगा. इस बीच खबर ये आ रही है कि लॉकडाउन शुरू होने के बाद से जितने भी प्रवासी बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों में अपने घर लौटे थे वे अब वापस काम के लिए दिल्ली, मुंबई का रुख कर रहे हैं. ऐसे में अभी चल रहीं 200 स्पेशल ट्रेनों में टिकट फुल हो गया है. भारतीय रेलवे समाचार से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
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Train News : दरअसल, मुंबई, अहमदाबाद,अमृतसर,हावड़ा,दिल्ली व सिकंदराबाद जैसे शहरों को जाने वाली स्पेशल और एक्सप्रेस ट्रेनों की सारी सीटें रिजर्व हो चुकी हैं.खासकर बिहार और यूपी से इन शहरों को जाने वाली गाड़ियों की सारी सीटें भरी हुई है. वहीं तमाम ट्रेनों में 26 से 30 जून के बीच की वेटिंग सूची भी काफी लंबी हो चुकी है. इन रूटों की 64 ट्रेनों की सारी बुकिंग फुल हो चुकी है.
इन शहरों को जाने वाली ट्रेनों में टिकटों की बुकिंग के ताजा हालात को देखते हुए यह माना जा सकता है कि लोग अब रोजी-रोटी के जुगाड़ में अब वापस अपने काम पर लौटना चाहते हैं. हालांकि कोरोना का संक्रमण अभी भी देश के हर कोने में फैला हुआ है. रोजाना कोरोना संक्रमण के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं. बजाय इसके लोग काम पर लौटना चाहते हैं. इन कामगारों का वापस अपने कामों पर लौटने से अर्थव्यवस्था को राहत भले ही मिले लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए सतर्कता बरतने की भी उतनी ही जरूरत होगी.
लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद कामगारों का अपने गृह जिलों में बड़ी तादाद में लौटने के बाद अब उनके वापस नहीं लौटने के कयास लगाए जा रहे थे. वहीं तत्काल बंद हुए उद्योगों की यह चिंता भी बढ़ती जा रही थी कि अब उन्हें कामगारों की दिक्कतें आऐंगी. एक तरफ जहां अनलॉक-1 के दौरान धीरे-धीरे उद्योगों के कामों को छूटें मिली वहीं अब कामगारों के भी अपने काम पर लौटने का सिलसिला उद्योगों के लिए राहत का संकेत है.
एक तरफ जहां बिहार और यूपी की सरकारें प्रवासी मजदूरों के लिए मनरेगा सहित कइ अन्य योजनाओं में उन्हें काम देने के लिए कदम उठा रही है. प्रवासी मजदूरों को अपने जिलों व प्रदेश में ही काम देने के दावे प्रदेशों के सरकारों के द्वारा लगातार किए जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बड़ी संख्या में कामगारों के लौटने के संकेत उस समय मिल रहे हैं जब कई उद्योगों की हालत अभी पहले की तरह नहीं है.कोरोना के कारण कई उद्योग प्रभावित हुए हैं. हालांकि कई उद्योग इसके प्रभाव से बाहर भी रहे हैं.