पटना: कई अल्ट्रासाउंड केंद्रों में अनट्रेंड स्टाफ, कुछ के रजिस्टर में महिलाओं के नाम दर्ज नहीं, होगी कार्रवाई
स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की टीम पटना के दो दर्जन अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. इन केंद्रों की जांच में कई गलतियां मिली. इस बात की भी जांच की जा रही है कि कहीं चोरी-छिपे भ्रूण लिंग परीक्षण जैसे गैर कानूनी धंधे में यह अल्ट्रासाउंड सेंटर लिप्त तो नहीं हैं
पटना जिले में अवैध तरीके से अल्ट्रासाउंड जांच करने वाले करीब दो दर्जन अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर कार्रवाई करने की तैयारी स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की टीम कर रही है. मजिस्ट्रेट व सिविल सर्जन की टीम की ओर से जांच में इन केंद्रों में कई तरह की गलतियां मिली हैं. सबसे अधिक राजाबाजार, गोला रोड, राजेंद्रनगर, कंकड़बाग, दानापुर व न्यू बाइपास इलाके में संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्रों में गड़बड़ियां पायी गयी हैं.
लिंग परीक्षण से जुड़ी अनियमितता भी आयी सामने
राजधानी में चोरी-छिपे भ्रूण लिंग परीक्षण जैसे गैर कानूनी धंधे में कहीं चिह्नित अल्ट्रासाउंड सेंटर लिप्त तो नहीं हैं, इस मामले पर भी जांच की जा रही है. सूत्रों की मानें, तो कुछ अल्ट्रासाउंड केंद्रों में लिंग परीक्षण से जुड़ी अनियमितता भी सामने आयी है. कई सेंटरों पर अनट्रेंड स्टॉफ थे, जो अल्ट्रासाउंड रूम में उपस्थित थे.
कार्रवाई की तैयारी
बताया जा रहा है कि चिह्नित अल्ट्रासाउंड सेंटरों में जांच कराने वाली प्रेग्नेंट महिलाओं के नाम भी दर्ज नहीं किये जाते हैं. इन सबको देखते हुए जांच टीम की ओर से कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इसके अलावा कुछ अल्ट्रासाउंड केंद्रों की दोबारा जांच करने का आदेश दिया गया है. टीम को पता चला है कि इन सेंटरों पर पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम का उल्लंघन किया जा रहा है, जिसको देखते हुए कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है.
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टीम पहुंची लेकिन नहीं आये संचालक
छापेमारी करने पहुंची टीम को देख गोला रोड, राजेंद्र नगर व दानापुर स्थित तीन अल्ट्रासाउंड सेंटरों के संचालक मौके से गायब मिले. खास बात तो यह है कि इन तीनों सेंटरों पर दूसरे दिन भी जांच टीम पहुंची, इसके बावजूद संचालक का पता नहीं चला. टीम में शामिल एयरपोर्ट थाने व संबंधित थाने की टीम व अधिकारी फोन करते रहे, लेकिन संचालक मौके पर नहीं आये. तीनों ही सेंटर चपरासी व प्रशिक्षित कर्मचारी के जिम्मे थे, जिन्हें टीम ने नोटिस दिया है. वहीं, सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने कहा कि जांच की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गयी है. जो सेंटर बचे हुए हैं, वहां भी टीम जाकर जांच कर रही है. जिला प्रशासन की ओर से आदेश आने के बाद पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी.