18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

यूपी ने इंद्रपुरी बराज व सोन नदी को पानी देने से किया मना, बिहार के किसान परेशान

बारिश नहीं होने से उत्तर प्रदेश ने रिहंद परियोजना से बिहार के इंद्रपुरी बराज और सोन नदी को सिंचाई लिए पानी देने से हाथ खड़े कर दिये हैं. जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि रिहंद सागर परियोजना का निरीक्षण करने के लिए विभाग के इंजीनियरों और अधिकारियों की टीम गयी थी.

पटना. बारिश नहीं होने से उत्तर प्रदेश ने रिहंद परियोजना से बिहार के इंद्रपुरी बराज और सोन नदी को सिंचाई लिए पानी देने से हाथ खड़े कर दिये हैं. जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि रिहंद सागर परियोजना का निरीक्षण करने के लिए विभाग के इंजीनियरों और अधिकारियों की टीम गयी थी.

पानी की उपलब्धता बहुत कम है

इस परियोजना वाले इलाके में इस बार कम बारिश होने से पानी की उपलब्धता बहुत कम है. ऐसे में उत्तर प्रदेश ने रिहंद परियोजना से इंद्रपुरी बराज के लिए मांग के अनुसार पानी देने में असमर्थता जाहिर की है. जल संसाधन विभाग के अनुसार मंगलवार को सोन नदी के इंद्रपुरी बराज पर 9760 क्यूसेक डिस्चार्ज उपलब्ध था. इसमें से पूर्वी संयोजक नहर में 2,807 और पश्चिमी संयोजक नहर में 6.953 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था.

13,125 क्यूसेक पानी प्रतिदिन मिल रहा है

सोन नदी के इन्द्रपुरी बराज पर पानी की कमी से रिहन्द जलाशय से 7500 क्यूसेक पानी की मांग की गयी थी, लेकिन केवल 2779 क्यूसेक पानी प्रतिदिन मिल रहा है. वहीं वाणसागर जलाशय से 12 हजार क्यूसेक प्रतिदिन पानी की मांग की गयी थी, लेकिन 13,125 क्यूसेक पानी प्रतिदिन मिल रहा है.

उपलब्ध पानी

वाणसागर से बराज को उपलब्ध पानी

  • 16 जुलाई 10244.13क्यूसेक

  • 17 जुलाई 13180.86 क्यूसेक

  • 18 जुलाई 13172.04क्यूसेक

इंद्रपुरी बराज का कुल जलस्राव

  • 16 जुलाई 8726 क्यूसेक

  • 17 जुलाई 8718 क्यूसेक

  • 18 जुलाई 9087 क्यूसेक

हिंद जलाशय से बराज को उपलब्ध पानी

  • 16 जुलाई 1611.44 क्यूसेक

  • 17 जुलाई 164.38 क्यूसेक

  • 18 जुलाई 00000000

पानी के लिए यूपी के मंत्री से किया था अनुरोध

जल संसाधन विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने पिछले दिनों रिहंद जलाशय से पानी देने के बारे में उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देवसिंह से फोन पर बात की थी. स्वतंत्र देवसिंह ने उन्हें इस मुद्देपर तत्काल विचार करने का आश्वासन दिया था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें