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उपेंद्र कुशवाहा ट्वीट कर दिए सलाह- ‘ख्याल रहे, सिर्फ बिहार ही नहीं पूरे देश के लोगों की नजर है हमारे उपर’

जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी ट्वीट कर नये मंत्रियों को बधाई दी है. साथ ही लिखा है कि ख्याल रहे, सिर्फ बिहार ही नहीं पूरे देश के लोगों की नजर है हमारे उपर. उपेंद्र कुशवाहा ने नए मंत्रियों को ट्वीट कर ये सलाह दिए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 16, 2022 2:30 PM

पटना. बिहार में नए महागठबंधन सरकार की कैबिनेट का विस्तार हो गया है. इसमें 31 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. बिहार मंत्री मंडल विस्तार में 11 जदयू, 16 राजद, दो कांग्रेस और एक हम विधायक ने मंत्री पद की शपथ ली. इसको लेकर महागठबंधन के तमाम नेता बधाई दे रहे हैं. वहीं, जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी ट्वीट कर बधाई दी है. साथ ही लिखा है कि ख्याल रहे, सिर्फ बिहार ही नहीं पूरे देश के लोगों की नजर है हमारे उपर.

‘ख्याल रहे, सिर्फ बिहार ही नहीं पूरे देश की नजर है’

महागठबंधन सरकार में 31 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है. इन सभी को राजद, जदयू, कांग्रेस और ‘हम’ के तरफ से बधाई दी जा रही है. कई बड़े नेता भी ट्वीट कर नए मंत्रियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है. इसको लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने भी ट्वीट कर बधाई दी है. साथ ही उन्होंने लिखा है कि ‘साथ ही बिहार में पूर्ण अमन-चैन को बनाए रखते हुए विकास को नई ऊंचाई तक पहुंचाएंगे. ख्याल रहे, सिर्फ बिहार ही नहीं पूरे देश के लोगों की नजर है हमारे उपर’. उपेंद्र कुशवाहा ये ट्वीट कर साथ नए मंत्रियों को सलाह देने की कोशिश की है.


उपेंद्र कुशवाहा की ट्वीट का मतलब

उपेंद्र कुशवाहा की ये ट्वीट कई बातों के तरफ इशारा कर रहा है. कहा जा रहा है कि राजद के साथ भी नीतीश कुमार की सुशासन वाली सरकार की ये इमेज पहले जैसे ही बनी रहे. इसको लेकर उन्होंने ये ट्वीट किया है. इसके साथ ही इसका दूसरा मतलब ये भी समझा जा रहा है कि नीतीश कुमार को 2024 के लिए तैयार किया जा रहा है. इसलिए बिहार का विकास अब महत्वपूर्ण हो जा जाता है. इस पर पूरे देश की नजर रहेगी.

नीतीश कैबिनेट का पहला विस्तार संपन्न

बता दें कि बिहार में गठित नीतीश कैबिनेट का पहला विस्तार आज राजभवन में संपन्न हो गया. बिहार के राज्यपाल फागू चौहान मंगलवार को सभी लोगों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई . मंगलवार को 31 चेहरे बतौर मंत्री शपथ लिए. जदयू अपने कोटे से पुराने चेहरों को ही दोहराया है, जबकि राजद ने सभी जाति और धर्म के लोगों को कैबिनेट में प्रतिनिधत्व देने का प्रयास किया है. लालू के माई समीकरण के बाद अब तेजस्वी के A to Z नीति दिख रही है.

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