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उपेंद्र कुशवाहा ने बुलायी जदयू कार्यकर्ताओं की बैठक, कहा- पटना आकर पार्टी को बर्बादी से बचायें

जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अब पार्टी के अंदर अपनी ताकत दिखाने का काम शुरू कर दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने पूरे बिहार से जदयू कार्यकर्ताओं को पटना बुलाया है. इसके लिए उन्होंने विधिवत एक पत्र जारी किया है. पत्र में जदयू कार्यकर्ताओं से पटना पहुंचने को कहा गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 6, 2023 6:41 AM

पटना. जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अब पार्टी के अंदर अपनी ताकत दिखाने का काम शुरू कर दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने पूरे बिहार से जदयू कार्यकर्ताओं को पटना बुलाया है. इसके लिए उन्होंने विधिवत एक पत्र जारी किया है. पत्र में जदयू कार्यकर्ताओं से पटना पहुंचने को कहा गया है. कुशवाहा ने पत्र में लिखा है कि नीतीश की राजद से खास डील और जेडीयू के राजद में विलय की कवायद से पार्टी का अस्तित्व खतरे में है. ऐसे में जदयू कार्यकर्ता पार्टी को बचाने की पहल करें. उपेंद्र कुशवाहा ने इसके लिए 19 और 20 फरवरी को पटना के सिन्हा पुस्तकालय परिसर पहुंचने को कहा है.

जदयू का राजद में विलय की खबरों से कार्यकर्ता हतप्रभ

उपेंद्र कुशवाहा की बैठक पार्टी की अधिकृत बैठक नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा ने इसके लिए अपने स्तर से जदयू के नेताओं-कार्यकर्ताओं को पत्र जारी किया है. उन्होंने कहा है कि अब जदयू को बचाने के लिए कार्यकर्ताओं को ही पहल करनी होगी. नीतीश कुमार की राजद से खास डील और जदयू का राजद में विलय की खबरों से कार्यकर्ता हतप्रभ हैं. पार्टी समाप्त होने की ओर बढ़ रही है. ऐसे में अब पहल करना जरूरी है. उन्होंने लिखा है कि मेरी कोशिश आज भी जारी है, परन्तु तमाम प्रयासों के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से मेरी बातों की न सिर्फ अनदेखी की जा रही है, बल्कि उसकी व्याख्या भी गलत तरीके से की जा रही है.

ललन सिंह ने दी ये प्रतिक्रिया 

इधर, जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष और सांसद ललन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कहा कि उनकी कोई भी इच्छा हो उसे पार्टी के मंच पर उठाना चाहिए, साथ ही उन्होंने कहा कि इंसान को हमेशा सही तथ्य रखने चाहिए. जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा बताएंगे कि उनकी क्या इच्छा है. अगर उनकी मंशा साफ होती तो वो पार्टी के मंच पर अपनी बात को रखते. लेकिन कोई अगर सार्वजनिक तौर पर पार्टी की बात कर रहा है तो इसका मतलब है कि कहीं न कहीं कुछ अलग मामला है. भविष्य कि उनकी क्या रणनीति है वो वही बताएंगे.

कुशवाहा का पत्र 

सेवा में,

जनता दल (यू.) के प्रमुख साथी,

पूर्व में रालोसपा के साथ काम कर चुके प्रमुख साथी, महात्मा फुले समता परिषद् के प्रमुख साथी.

हमारी पार्टी अपने आंतरिक कारणों से रोज ब रोज कमजोर होती जा रही है. महागठबंधन बनने के बाद हुए विधानसभा उप चुनावों के परिणाम आने के समय से ही में पार्टी की स्थिति में मुख्यमंत्री जी को लगातार अवगत कराने आ रहा हूं. समय-समय पर पार्टी की बैठकों में भी मैंने अपनी बातें रखीं हैं. विगत एक-डेढ महीने से मैंने हर संभव तरीके से कोशिश की है कि दिनानुदिन अपना अस्तित्व खोती जा रही पार्टी को बचाया जा सके. मेरी कोशिश आज भी जारी है, परन्तु तमाम प्रयासों के बावजूद मुख्यमंत्री जी की ओर से मेरी बातों की न सिर्फ अनदेखी की जा रही है, बल्कि उसकी व्याख्या भी गलत तरीके से की जा रही है. मेरी चिंता और जहां तक मैं समझता हूं कि आप सभी की चिंता भी इस बात को लेकर है कि अगर जदयू बिखर गया तो उन करोड़ों लोगों का क्या होगा जिनके अरमान इस दल के साथ जुड़े हुए हैं और जिन्होंने बड़े बड़े कष्ट सहकर और अपनी कुर्बानी देकर इसके निर्माण में अपना योगदान किया है. साथ ही राजद की ओर से “एक खास डील” और जद (यू) का राजद के साथ बिलय की चर्चा ने न सिर्फ पार्टी के निष्टावान नेताओं/ कार्यकर्ताओं वरन आम जन मानस को भी झकझोर कर रख दिया है. ऐसी परिस्थिति में हम सबके समक्ष राजनीतिक शून्यता की स्थिति बनती जा रही है.

अतः आज आवश्यकता इस बात की आ गई है कि हम सब मिलकर उक्त विषय पर विमर्श करें. इस हेतु आप से आग्रह है कि अपने साथियों के साथ निम्नलिखित कार्यक्रमानुसार उपस्थित हो कर चर्चा में भाग लेने का कष्ट करेंगे.

कार्यक्रम का विवरण:- बैठक की तारीख: 19 एवं 20 फरवरी 2023.

समय: 11 बजे से, स्थान:- सिन्हा लाईब्रेरी, पटना (बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के बगल में)

आपका,

उपेन्द्र कुशवाहा

राष्ट्रीय अध्यक्ष, पार्लियामेंट्री बोर्ड, जद (यू.)

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