पटना. जदयू से नाराज चल रहे उपेंद्र कुशवाहा ने आखिरकार जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने विधान परिषद की सदस्या छोड़ने की भी घोषणा कर दी. उन्होंने अपनी नयी पारी की शुरूआत नये दल के गठन से करने का एलान किया है, जिसका नाम राष्ट्रीय लोक जनता दल रखा गया है. उपेंद्र कुशवाहा को इस दल का सर्व सम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है और सभी तरह के फैसले के लिए अधिकृत किया गया है.
दो दिनों तक चले कार्यकर्ताओं के खुले अधिवेशन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि नीतीश कुमार गलत रास्ते पर चल रहे हैं. जिस लड़ाई की शुरुआत कर्पूरी ठाकुर और शरद यादव ने की थी, उसे जारी रखना अब जदयू में संभव नहीं है. नीतीश कुमार ने जदयू को राजद के हाथों गिरवी रख दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जिससे लड़ने के लिए हमने कुर्बानी दी, नीतीश कुमार ने उन्हीं लोगों के हाथों जदयू को बंधक बना दिया है. नीतीश कुमार को पार्टी के अंदर अपना उत्तराधिकारी नहीं मिला, उन्होंने राजद के एक नेता को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मैं जमीर बेचकर अमीर नहीं बन सकता हूं. मैंने कहा था कि संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष झुनझुना है, वैसे ही विधान परिषद की सदस्यता देना भी एक लॉलीपॉप है. मैं इस पद को भी छोड़ने जा रहा हूं. बिहार को बर्बाद होने से बचाने के लिए बैठक में नयी पार्टी बनाने का फैसला हुआ. लोगों ने मुझे इसका नाम तय करने की जिम्मेदारी सौंपी है. मैं इस नयी पार्टी का नाम राष्ट्रीय लोक जनता दल रखा है. इस पार्टी में सभी जाति और धर्म के लोगों को उचित हिस्सेदारी दी जायेगी.