Bihar Politics: जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस (Upendra Kushwaha PC) करके फिर एकबार बड़ा विस्फोट किया है. कुशवाहा ने फिर एकबार जदयू में अपने हिस्सेदारी की बात की और साफ किया कि वो आखिर पार्टी में किस हिस्से की बात कर रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने एकबार फिर से पार्टी के शीर्ष पद पर बैठे नेताओं को निशाने पर लिया.
उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया. अनेक नाराजगियों पर बोलते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने अपने उस बयान को फिर दोहराया जिसमें वो हिस्सेदारी मांगने की बात किए थे. उन्होंने कहा कि आज स्पष्ट कर देते हैं कि मैं कौन सा हिस्सा मांगता हूं. इसे लेकर उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को एक वाक्या याद दिलाया.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 12 फरवरी 1994 को गांधी मैदान में एक रैली का आयोजन हुआ था. उस रैली में नीतीश कुमार ने लालू यादव से हिस्सेदारी मांगी थी. वही हिस्सेदारी उपेंद्र कुशवाहा आज नीतीश कुमार से मांग रहा है. कुशवाहा बोले कि हम बिना हिस्सा लिए नहीं जाने वाले हैं. वहीं जब पत्रकार ने सवाल किया कि आपने कभी कहा था कि हिस्से की राजनीति नहीं करते हैं. तो उस सवाल को कुशवाहा टाल गए.
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प्रेस कांफ्रेस में उपेंद्र कुशवाहा बोले कि एक तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं कि वो उपेंद्र कुशवाहा से प्रेम करते हैं. पर प्रेम ऐसा है कि उसके नजदीक जाने के बदले उसे भाग जाने कहते हैं. बोले कि मैं सारी बातें पार्टी की मजबूती के लिए कह रहे हैं. पर मुझे ही जाने के लिए कहा जाता है.
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट के जरिए नीतीश कुमार को कहा था कि वो बिना हिस्सा लिए नहीं जाएंगे. जिसके बाद जदयू नेता सह मंत्री अशोक चौधरी ने टिप्पणी की थी और कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा जदयू में हिस्सेदार नहीं हैं बल्कि वो किराएदार हैं. जिसके बाद बयानबाजी दोनों ओर से और अधिक शुरू हो गयी थी. वहीं अब उपेंद्र कुशवाहा पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष के भी तेवर गरम दिख रहे हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan