JDU के बागी नेताओं के साथ उपेंद्र कुशवाहा करेंगे दो दिनों की बैठक, 26 फरवरी को आरसीपी नालंदा में करेंगे रैली
Bihar Politics: जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पार्टी के बागी नेताओं के साथ दो दिन बैठक करेंगे. इस बैठक का आयोजन 19 और 20 फरवरी को किया जा रहा है. वहीं आरसीसी सिंह भी अब नीतीश कुमार को ललकारने के लिए 26 फरवरी को उनके गढ़ नालंदा में रैली कर रहे हैं.
Bihar Politics: जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पार्टी के बागी नेताओं के साथ दो दिन बैठक करेंगे. इस बैठक का आयोजन 19 और 20 फरवरी को किया जा रहा है. वहीं आरसीसी सिंह भी अब नीतीश कुमार को ललकारने के लिए 26 फरवरी को उनके गढ़ नालंदा में रैली कर रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि जो लोग डरे हुए हैं, वे बैठक में नहीं आएं. उन्होंने कहा कि प्रस्तावित बैठक होगी. दूसरी पार्टी में जाने के सवाल पर कहा कि कोई जरूरी नहीं है कि दूसरी पार्टी में जाकर बिहार को बचाया जाये. जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के मामले में उन्होंने बताया कि पार्टी के पत्र में उनके लिए यही पदनाम उपयोग किया जाता है. ऐसे में पार्टी के बड़े लोग ही बेहतर बता सकते हैं. बैठक का आयोजन पटना के सिन्हा लाइब्रेरी में किया गया है.
Also Read: Bihar: तेजस्वी यादव के साथ सेल्फी लेने में मची भगदड़, कई लोग हुए घायल, बाल-बाल बचे उपमुख्यमंत्री
समाज में दो तरह की बातें नहीं हो सकतीं
जदयू नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सरकार पर अंगुली उठाते हुए कहा कि खास नियम के तहत किसी एक को लाभ दिया जा रहा तो दूसरे को क्यों नहीं. शुक्रवार को कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में श्री कुशवाहा ने कहा कि जब आनंद मोहन को खास नियम का लाभ दिया जा रहा, तो फिर जेल में बंद अशोक महतो को क्यों नहीं यह सुविधा दी जा रही है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि समाज में दो तरह की बात नहीं हो सकती. समारोह में मौजूद युवाओं की मांग पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एक को खास नियम का लाभ मिल रहा है तो दूसरे को भी मिलनी चाहिए, तीसरे को भी मिलनी चाहिए.
नीतीश कुमार के गढ़ में पहुंचेंगे आरसीपी
JDU के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी नीतीश कुमार और महागठबंधन पर हमलावर हैं. अब तक वो बिना किसी तय कार्यक्रम के जदयू पर वार कर रहे थे. मगर अब, वो नीतीश कुमार के गढ़ समझे जाने वाले नालंदा में रैली का आयोजन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनता ने एनडीए पर अपना विश्वास जताया और जदयू ने महागठबंधन का हाथ थाम लिया. पार्टी ने जनता को धोखा दिया है. ये रैली सियासी नहीं है. बल्कि किसान, शिक्षा समेत अन्य मुद्दों पर बात होगी.