पटना. गलवान घाटी में जान गंवाने वाले सैनिक के पिता की गिरफ्तारी को लेकर विधानमंडल में आज जमकर हंगामा हुआ. सदन के अंदर भले ही सरकार ने इसे न्यायसंगत कदम बताया हो, लेकिन सरकार ने भाजपा की ओर से लगाये गये आरोपों की जांच शुरू कर दी है. बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी ने इस मामले में स्पेशल टीम का गठन किया है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में यदि कोई पुलिस पदाधिकारी या फिर कर्मी दोषी पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है.
इससे पूर्व बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि वैशाली में पुलिस ने गलवान शहीद के पिता के साथ जो किया है वह सही किया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार की पुलिस है, जो न किसी को फंसा रही है औऱ ना किसी को बचा रही है. पुलिस सही काम कर रही है. तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के लोग पूरी बात नहीं जानते हैं. मैं उसी जिले से आता हूं. जिस गलवान शहीद का जिक्र किया जा रहा है, मैं उनकी शहादत के बाद उनके घर पर गया था. तेजस्वी ने कहा कि मैं विपक्ष में था फिर भी मैंने कहा था कि शहीद का एक स्मारक और गेट बनायेंगे, लेकिन शहीद के परिजन किसी दलित की जमीन पर स्मारक बनवाना चाहते हैं.
विधानमंडल की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सदस्यों ने यह मामला उठाया. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने शहीद के पिता के साथ हुए मामले को उठाते हुए पुलिस पर कार्रवाई की मांग की. भाजपा के विधायक सदन के वेल में पहुंच गये और शहीद के पिता के साथ इस तरह की बर्बरता करने वाले थानेदार पर कार्रवाई की मांग करने लगे. हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष को बोलने का मौका दिया. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शहीद का परिवार उसका स्मारक बनाना चाहता है. पुलिस द्वारा पिता राज कपूर सिंह के खिलाफ रंगदारी और एससी-एसटी एक्ट के तहत झूठा केस दर्ज किया गया है. न तो यह मामला रंगदारी का है ना ही इसमें कहीं जातिसूचक प्रताड़ना हुआ है. एक झूठे मामले में पुलिस शहीद के पिता राजकपूर सिंह को घसीटते-पीटते हुए गिरफ्तार कर ले गयी.
वैशाली के जन्दाहा के चकफतह गांव के सैनिक जय किशोर सिंह गलवान घाटी में शहीद हो गये थे. उनके परिवार के लोग शहीद की प्रतिमा गांव में लगाना चाहते थे. जिस जमीन पर शहीद की प्रतिमा लगायी जानी थी, उस पर हरीनाथ राम के किसी व्यक्ति ने अपना दावा ठोक दिया और जमीन को अपना बता दिया. हरीनाथ राम ने अंचलाधिकारी को आवेदन देकर उस जमीन को अपनी जमीन बताया. आवेदन सीओ को दिया गया था, लेकिन जन्दाहा थाना पुलिस ने सीओ के दिये गये आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर लिया. जमीन के विवाद के इस मामले में पुलिस ने शहीद जय किशोर सिंह के पिता राज कपूर सिंह के खिलाफ रंगदारी, एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया. पुलिस शहीद के पिता राजकपूर सिंह को घसीटते-पीटते हुए गिरफ्तार कर ले गयी. थानेदार ने शहीद के पिता पर रंगदारी मांगने का भी आरोप लगा कर उसे सही करार दिया.