हाजीपुर नगर परिषद में प्रोसिडिंग को लेकर हंगामा तो सासाराम प्रखंड कार्यालय में कमीशन को लेकर मारपीट
हाजीपुर में नगर परिषद बोर्ड की बैठक में भारी हंगामे के बाद हालात ऐसे हो गये कि वहां पुलिस बुलानी पड़ी. इधर सासाराम के चेनारी प्रखंड परिसर में पंचायती राज पदाधिकारी और प्रखंड प्रमुख के पति के बीच मारपीट हुई है. इस घटना को लेकर दोनों ही पक्षों की तरफ से पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है.
पटना. हाजीपुर नगर परिषद में गलत प्रोसिडिंग को लेकर दो गुटों में मारपीट हो गयी तो सासाराम प्रखंड कार्यालय में कमीशन को लेकर पंचायती राज पदाधिकारी और प्रमुख पति के बीच जमकर मारपीट हुई. हाजीपुर में नगर परिषद बोर्ड की बैठक में भारी हंगामे के बाद हालात ऐसे हो गये कि वहां पुलिस बुलानी पड़ी. इधर सासाराम के चेनारी प्रखंड परिसर में पंचायती राज पदाधिकारी और प्रखंड प्रमुख के पति के बीच मारपीट हुई है. इस घटना को लेकर दोनों ही पक्षों की तरफ से पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है.
हाजीपुर नगर परिषद बोर्ड की बैठक में हंगामा
शुक्रवार को हाजीपुर नगर परिषद सभाकक्ष में बोर्ड की बैठक होनी थी. हाजीपुर नगर परिषद बोर्ड की बैठक काफी हंगामेदार रही. उपसभापति और पार्षदों के बीच जारी हंगामे को शांत कराने में हाजीपुर के विधायक अवधेश सिंह भी काफी प्रयास किये, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. बोर्ड की बैठक में मुख्य पार्षद संगीता कुमारी उपमुख्यमंत्री पार्षद किरण कुमारी हाजीपुर विधायक अवधेश शामिल थे. इसी बीच बैठक में नलजल योजना एजेंडा पर चर्चा शुरू हुई. इसी दौरान पार्षदों ने सभापति पर गलत तरीके से प्रोसिडिंग तैयार करने का आरोप लगा दिया. कहा कि प्रोसिडिंग पार्षदों के समक्ष अंकित किया जाए.
अपने मन से प्रोसिडिंग लिखने का आरोप
पार्षदों का आरोप है कि प्रोसिडिंग सभापति अपने मन से लिखवा रही हैं और पार्षदों का योजना काट दिया जा रहा है. इसी बीच मुख्य पार्षद संगीत कुमारी ने बोर्ड की बैठक स्थगित करने का घोषणा कर दी. इसपर उपसभापति और पार्षदों ने मुख्य पार्षद संगीता कुमारी को रोका और उपमुख्य पार्षद किरण के बीच बहस चली. इसपर विधायक अवधेश सिंह को बीच बचाव करना पड़ा. हाजीपुर विधायक अवधेश सिंह ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है. सदन में इस तरह पार्षदों को बर्ताव नहीं करना चाहिए था.
मांग जायज, लेकिन तरीका गलत
विधायक ने कहा कि उनका आवाज उठाना जायज है पर इस तरह आवाज उठाना यह बिल्कुल गलत है. वहीं मुख्य पार्षद संगीता कुमारी ने कहा कि यह लोग शहर में विकास नहीं होने दे रहे हैं. वही उपसभापति और पार्षदों ने नप कार्यपालक पदाधिकारी का घेराव किया. इस पर काफी मशक्कत के बाद कार्यपालक पदाधिकारी वहां से निकले. इसके बाद आक्रोशित उपसभापति और पार्षद जिला समाहरणालय में जाकर डीएम से मिले. डीएम ने उन्हें आश्वासन दिया वो इस मामले की जाँच करवायेंगे.
जंग का मैदान बना प्रखंड कार्यालय
इधर, सासाराम से मिली सूचना के अनुसार पंचायती राज पदाधिकारी और प्रखंड प्रमुख के पति के बीच मारपीट हुई है. इस घटना को लेकर दोनों ही पक्षों की तरफ से पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है. घटना चेनारी प्रखंड परिसर की है. दरअसल, चेनारी प्रखंड परिसर में प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी ओम प्रकाश कुमार और प्रखंड प्रमुख के पति के बीच मारपीट हुई है. चेनारी की प्रखंड प्रमुख मीरा देवी का कहना है कि बीपीआरओ द्वारा योजना के क्रियान्वयन में 8% तक का कमीशन मांगा जाता है. जब उनसे इस संबंध में पूछताछ की गई तो पंचायती राज पदाधिकारी ने न सिर्फ उनके साथ अभद्रता की बल्कि उनके पति के साथ मारपीट भी की.
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कमीशन को लेकर विवाद
वहीं दूसरी ओर प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी ओमप्रकाश कुमार ने प्रमुख मीरा देवी के पति अमित पासवान पर मारपीट का आरोप लगाया है. साथ ही योजना में कमीशन की बात को निराधार बताया है. बीपीआरओ ने प्रमुख पर अपने पति के माध्यम से प्रखंड का कामकाज करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रमुख मीरा देवी के पति अमित पासवान सरकारी काम में बेवजह हस्तक्षेप करते हैं. उधर, थाने में केस दर्ज होने के बाद पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है.