UPSC PT Exam: यूपीएससी ने फिर बदला प्रश्न पूछने का पैटर्न, इस बार कितना तक पहुंच सकता है कटऑफ
UPSC PT Exam: यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा 91 सेंटर पर हुई. परीक्षा में 44 हजार 56 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे, लेकिन करीब 47 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी है.
UPSC PT Exam: यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को शहर के 91 सेंटर पर हुई. परीक्षा में 44 हजार 56 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे, लेकिन करीब 47 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी है. जानकारी के अनुसार 53 प्रतिशत परीक्षार्थी ही परीक्षा में उपस्थित हुए. 47 प्रतिशत परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. प्रारंभिक परीक्षा में पहला पेपर जेनरल स्टडीज और दूसरा पेपर सीसैट का हुआ. पहला पेपर सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक चला. वहीं, दूसरा पेपर 2:30 बजे से 4:30 बजे तक चला. सभी केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण आयोजित हुई. परीक्षा को लेकर सभी सेंटर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे.
विषय में समसामयिक प्रश्न अधिक रहे
मगध महिला कॉलेज परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थी शिवांगी ने कहा कि पूर्व के वर्षों से इस वर्ष अलग प्रश्न पूछे गये. जैव विविधता से अधिक प्रश्न रहे, तुलनात्मक प्रश्न कम रहे. सभी विषय में समसामयिक प्रश्न अधिक रहे. कंसेप्ट आधारित प्रश्न पूछे गये थे. सामान्य अध्ययन के पत्र में 100 प्रश्न पूछे गये. इसमें पर्यावरण, सामाजिक न्याय, भूगोल, राजनीतिकशास्त्र, राजव्यवस्था, राजनीतिक विज्ञान, संविधान, पंचायती राज व्यवस्था, गरीबी सूचकांक, प्रौद्योगिकी आदि से थे. दूसरी पाली में सिविल एटीट्यूड टेस्ट की परीक्षा ली गयी. पेपर टू में 2.5 मार्क्स के 80 प्रश्न पूछे गये. पेपर टू क्वालिफाइंग था. परीक्षार्थियों को इस पेपर में कम से कम 33 प्रतिशत अंक लाने जरूरी होगा. इसमें बोधगम्यता, संचार कौशल सहित, तार्किक कौशल और विश्लेषणात्मक क्षमता, निर्णय लेना और समस्या समाधान से जुड़े सवाल पूछे गये. प्रश्नों की बात करें तो इतिहास से 13-14, भूगोल से 14-15, राज व्यवस्था से 16, अंतरराष्ट्रीय संबंध से छह, अर्थव्यवस्था से 12, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से 13, पर्यावरण से 20 तथा समसामयिकी से छह प्रश्न पूछे गये थे.
प्रश्न पूछने का पैटर्न यूपीएससी ने बदला
सिविल सेवा के विशेषज्ञ गुरु एम रहमान ने बताया कि प्रश्नों के पूछने की प्रकृति की बात की जाये तो इस बार प्रश्न पूर्व की वर्षों की भांति अलग तरीके से पूछे गये थे. इस बार अगर गहराई से अध्ययन नहीं किये हो तो आप उत्तर का चुनाव नहीं कर सकते हैं. प्रश्न के पूछने के तरीके में बदलाव करके बेसिक तकनीक का प्रयोग किया गया है, जिसने स्टेटमेंट काफी बड़ा था. कट ऑफ 85 के आसपास रहने की संभावना है. सीसैट में सामान्य स्तर के थे. जिन स्टूडेंट्स ने एनसीइआरटी, टेक्स्ट बुक, समाचार पत्र तथा न्यूज चैनलों आदि में समसामयिकी आदि का गहनता पूर्वक अध्ययन किया होगा निश्चित रूप से उसके परीक्षा अच्छी गयी होगी. सीसैट में गणित तर्कशास्त्र परिच्छेद तथा अनुच्छेद आदि से प्रश्न पूछे गये थे, जो सामान्य स्तर के थे. पहला पेपर तथ्यात्मक तथा अवधारणा आधारित थे.