अनुराग प्रधान, पटना. शिक्षक बहाली को लेकर उर्दू टीइटी पास अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग लगातार कर रहे हैं. पिछले 20 दिनों से अभ्यर्थियों ने ट्विटर पर अभियान भी छेड़ रखा है. अपनी मांगों को लेकर सरकार से जवाब मांग रहे हैं. बिहार उर्दू टीइटी ग्रेस पास संघ के प्रदेश अध्यक्ष मुफ्ती हसन रजा अमजदी ने कहा कि 2013 में उर्दू-बांग्ला स्पेशल टीइटी हुई थी. रिवाइज रिजल्ट जारी किया गया.
बहाली के लिए प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर पर आवेदन भी लिया गया. मेरिट लिस्ट भी बनी, लेकिन मेरिट लिस्ट के बाद अभ्यर्थियों को फेल कर दिया गया. सरकार जल्द से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करे और रिवाइज रिजल्ट जारी करे. अगर जल्द रिजल्ट जारी नहीं होता है, तो लॉकडाउन समाप्त होने के बाद बिहार उर्दू टीइटी ग्रेस पास संघ सड़क पर प्रदर्शन करेगा.
हसन रजा ने कहा कि बिहार सरकार ने स्पेशल उर्दू-बांग्ला टीइटी परीक्षा का अक्तूबर 2013 में आयोजन किया था. 27 हजार उर्दू सीटों के विरुद्ध पहला रिजल्ट गलत सवालों के जवाब पर निकाला गया, जिसकी वजह से पूरे बिहार में हंगामा व धरना हुआ. इसके बाद सरकार ने एक्सपोर्ट कमेटी का गठन किया.
एक्सपोर्ट कमेटी ने रिपोर्ट दी कि कक्षा एक से लेकर पांच तक में 13 और कक्षा छह से लेकर आठ तक में 10 सवाल गलत हैं. सारे गलत सवालों का नंबर दिया जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. केवल संशोधित रिजल्ट जारी कर दिया गया, जिसमें 26 हजार उम्मीदवार पास हुए. सभी उम्मीदवारों को रिजल्ट कार्ड दिया गया.
जिला, प्रखंड एवं पंचायत लेवल पर आवेदन करवा लिया गया, नियुक्ति से 20 दिन पहले पास 12 हजार उम्मीदवारों को फेल कर दिया गया. अब तक बहाली प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है और न ही रिजल्ट जारी किया गया है.
शिक्षा विभाग ने दिया था आश्वासन : शिक्षा विभाग ने 12 हजार उम्मीदवारों का रिजल्ट कार्ड जारी करने का फैसला लिया था, लेकिन अब तक रिजल्ट कार्ड जारी नहीं किया गया है.
Posted by Ashish Jha