नवादा. बिहार के खेतों में आसमान से बरसती यूरिया को देखकर नवादा के किसान झूम उठे. ड्रोन से यूरिया के छिड़काव का ट्रायल पूरी तरह सफल रहा. कृषि विज्ञान केंद्र कौआकोल नवादा की ओर से बुधवार को जिले के आदर्श ग्रीन गांव दोसुत में पहली बार खेतों में ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव का प्रदर्शन किया गया. सिर्फ 20 मिनट में ही गेहूं के 15 एकड़ खेत पर ड्रोन से यूरिया के छिड़काव का काम पूरा हो गया. मौके पर मौजूद किसानों ने इस नयी तकनीक को काफी लाभकारी बताया, वहीं अधिकारियों ने तकनीक के साथ खेती करने का आह्वान किया.
कृषि विज्ञान केंद्र नवादा के अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि सरकार की ओर से किसानों को नैनो यूरिया का प्रयोग कर खेती करने के प्रति जागरूक किया जा रहा है. नैनो यूरिया का ड्रोन से खेतों में छिड़काव का आज ट्रायल सफल रहा. यह पहल कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र नवादा की ओर से हुआ था.
बुधवार को हुए ट्रायल के दौरान दोसुत गांव निवासी किसान उपेंद्र सिंह, सूरज पांडेय, मारुति कुमार आदि के खेतों में ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव कराया गया. ड्रोन की मदद से केवल दस लीटर पानी से ही पांच बीघे के खेत में छिड़काव हो गया और इसमें पांच मिनट भी नहीं लगे. दोसुत निवासी किसान रामरूप रविदास और गिरजा शंकर के खेतों पर भी छिड़काव किया गया. खेतों में ड्रोन से छिड़काव होता देखकर स्थानीय किसानों की भीड़ जुट गयी. किसानों ने इस विधि को खूब सराहा.
मौके पर मौजूद कृषि समन्वयक मदन मोहन कुमार ने मीडिया को बताया कि किसान एफपीओ बनाकर ड्रोन ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया का प्रयोग आसान और बेहद किफायती है. ऑपरेटर उत्सव वैभव और अश्विन मिश्रा ने ड्रोन उड़ाया और खेतों पर नैनो यूरिया का छिड़काव किया. इस मौके पर कृषि समन्वयक मदन मोहन कुमार, किसान चिंकू, रामाशीष आदि अन्य कई किसान मौजूद रहे.