मोहनिया शहर. गेहूं की बुआई के बाद अब किसान गेहूं का पटवन कर रहे हैं. ऐसे में गेहूं की फसल में यूरिया खाद की आवश्यकता होती है. लेकिन, इस समय मोहनिया बिस्कोमान में यूरिया खाद का स्टॉक खत्म हो गया है.
इसके कारण मजबूरी में किसान बाजारों से खाद खरीदने को विवश हैं. यूरिया के लिए किसानों को बिस्कोमान सहित खाद दुकानों का चक्कर लगाना पड़ रहा है.
दरअसल, अनुमंडल के मोहनिया व कुदरा में खाद को लेकर किसान परेशान है. बाजार में महंगे दाम पर दुकानदार द्वारा खाद बेचा जा रहा है. जबकि, बिस्कोमान द्वारा खोले गये कृषि केंद्र पर तो कई दिनों से खाद नहीं मिल रहा है.
बिस्कोमान केंद्र पर स्टॉक खत्म होने के कारण खाद नहीं मिल रही है. खाद के नाम पर किसानों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है.
निजी दुकानदार खाद की जम कर कालाबाजारी कर रहे हैं. कुछ दुकानदारों द्वारा ब्लैक में खाद उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके कारण किसानों को ब्लैक में खाद खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है.
यूरिया खाद के साथ दवाई का दिया जा रहा है पैकेट : गेहूं फसल में पहला पटवन के बाद अब किसान यूरिया खाद के लिए बिस्कोमान केंद्र से लेकर दुकानों का चक्कर लगा रहे हैं. ऐसे में दुकानों पर मिल रही खाद में किसानों को जबरन दवा का पैकेट लेने को मजबूर किया जा रहा है.
इसमें एक बोरी यूरिया 400 से 410 तक बेचा जा रहा है. इसमें एक पैकेट सल्फर 80 रुपये का तो बाकी का यूरिया खाद दिया जा रहा है. मजबूरी में किसान पैकेट लेने को विवश हैं.
इस संबंध में पुसौली के किसान गोरख सिंह ने बताया कि गेहूं का पहला पटवन के बाद यूरिया खाद के लिए बिस्कोमान का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन, खाद नहीं मिल रहा है.
पुसौली बाजार के एक दुकान पर एक पैकेट दवा के साथ 400 रुपये में यूरिया खाद दिया गया. मजबूरी में लेना पड़ा. क्योंकि, गेहूं का पटवन कर दिये हैं.
मोहनिया के किसान सोहन सिंह ने बताया कि किसानों की समस्या हमेशा खाद को लेकर बनी रहती है.
खाद बाजार में मिल रहा है. लेकिन, महंगे दाम पर और जबरन एक पैकेट सल्फर दिया जा रहा है. बिस्कोमान पर खाद खत्म होने से परेशानी हो रही है.
इस संबंध में मोहनिया बिस्कोमान के प्रबंधक रवि आनंद ने बताया कि यूरिया का स्टॉक अभी खत्म हो गया है.
अब तक यूरिया का रैक नहीं आया है. आने के बाद ही खाद किसानों को मिल पायेगा. कुछ दिन पहले ही रैक आया था, तो खाद का वितरण किया गया था.
Posted by Ashish Jha