पटना.राज्य में 18-44 वर्ष के युवाओं का कोरोना टीकाकरण एक बड़ी चुनौती है. अभी तक पहला डोज प्राप्त करना ही लक्ष्य से कोसों दूर है. राज्य के पांच करोड़ युवाओं को कोरोना से बचाव के लिए टीका देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
इधर, अभी तक सिर्फ 15.5 लाख को ही पहला डोज दिया गया है. इस आयु वर्ग के लोगों को दूसरा डोज देने का समय अभी पूरा नहीं हुआ है. स्थिति यह है कि राज्य सरकार द्वारा युवाओं को टीका देने के लिए एक करोड़ वायल का ऑर्डर दिया गया.
एक बार में इतने वायल एक साथ देने को लेकर वैक्सीन निर्माण करनेवाली कंपनियों ने हाथ खड़े कर दिये. बिहार को इस आयु वर्ग के लोगों के लिए मई में कुल छह लाख 8 हजार डोज आवंटित किये गये. इसमें बताया गया कि 20 मई को दो लाख, 23 मई को दो लाख और 24 मई को दो लाख 89 लाख डोज प्राप्त हो जायेंगे.
इसके एवज में 22 मई को राज्य को चार लाख 89 लाख डोज प्राप्त हो गये हैं. सूत्रों का कहना है कि शेष दो लाख डोज शुक्रवार को मिलेंगे. इधर, वैक्सीन के अभाव में टीकाकरण हिचकोला खाने लगा है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में फिलहाल वैक्सीन की कमी नहीं है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा एक करोड़ आठ लाख 54 हजार 90 डोज वैक्सीन प्राप्त हुए हैं. इनमें से एक करोड़ तीन लाख 76 हजार 340 डोज का उपयोग किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि 26 मई तक जिलों में कुल चार लाख 77 हजार 450 डोज भंडार में बचा हुआ है. इससे कोरोना बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग राज्य के लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहा है. साथ ही कोरोना वायरस से बचाव के लिए जन जागरूकता का भी कार्य राज्य के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में किया जा रहा है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा चमकी बुखार, जेइ, हीटबेव तथा कलाजार के बचाव के लिए भी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता का कार्य सभी जिलों में चलाया जा रहा है.
Posted by Ashish Jha