पटना. राज्य में एक सप्ताह से दूसरा डोज लेने वाले लोगों की संख्या पहला डोज लेनेवालों से अधिक हो गयी है. राज्य में 16 जनवरी से टीकाकरण आरंभ किया गया है. दूसरा डोज शुरू होने के बाद भी उतनी संख्या में लोग हर दिन नहीं पहुंच रहे थे, जितना पहला डोज लेनेवाले आये.
अभी तक यह देखा जा रहा था कि सबसे पहले हेल्थ वर्कर को टीका दिया गया. उसके बाद फ्रंट लाइन वर्करों के बाद 45 वर्ष से ऊपर आयु वाले लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ. इस दौरान पहले डोज लेनेवालों की हर दिन संख्या दूसरे डोज लेनेवालों से अधिक रहती थी. पर तीन मई से इसमें बदलाव आया है. अब जितनी संख्या में पहला डोज लेनेवाले अस्पताल पहुंच रहे हैं उससे अधिक संख्या में हर दिन दूसरा डोज लेनेवाले आ रहे हैं.
जिले में रविवार से 18 से 44 साल के उम्र वाले लोगों का टीकाकरण शुरू हुआ. पहले दिन सिर्फ 15 केंद्रों पर ही युवाओं को टीका लगाया गया. इसमें 1600 युवाओं का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें 1376 लोगों को वैक्सीन लगी. पहले दिन लक्ष्य के कुल 86 प्रतिशत युवाओं का टीकाकरण हुआ है.
जिले में सर्वर ठप होना भी वैक्सीनेशन में रोड़ा बना रहा और अधिकांश केंद्रों पर दोपहर दो बजे के बाद टीकाकरण नहीं हो सका. जिला प्रशासन के मुताबिक एक केंद्र पर 100 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें 15 केंद्रों ने अपना लक्ष्य पूरा कर लिया.
वहीं, सूत्रों की मानें, तो तीन सेंटरों पर वैक्सीन नहीं पहुंच पायी, इसलिए वहां टीकाकरण प्रभावित रहा. जिला प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को सभी केंद्रों पर मिला कर 5567 लोगों को टीका लगाया गया. इनमें 3554 को पहला डोज जबकि 2013 को सेकंड डोज लगाया गया.
पहले दिन रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोगों को वैक्सीन लगायी गयी. वहीं, जिलाधिकारी ने जिले के नागरिकों से 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को टीकाकरण के लिए ऑनलाइन निबंधन कराने तथा निर्धारित तिथि एवं समय के अनुसार केंद्र पर जाने की अपील की है, ताकि केंद्र पर अनावश्यक भीड़ न हो. अधिक से अधिक युवाओं को वैक्सीन लगायी जा सके, इसको लेकर 10 मई से 53 केंद्रों पर टीकाकरण होगा़
रजिस्ट्रेशन करा चुके कुछ ऐसे भी युवा थे, जो अपने सेंटर पर वैक्सीन लेने नहीं पहुंचे. जिनका इंतजार डॉक्टर व नर्स करते रहे. इस तरह का नजारा शहर के राजवंशी नगर स्थित एलएनजेपी अस्पताल, गार्डिनर रोड अस्पताल और गर्दनीबाग अस्पताल में देखने को मिला. वहीं, जब युवा समय पर अस्पताल नहीं पहुंचे, तो अस्पताल प्रशासन की ओर से फोन कर उनको टीका लेने के लिए बुलाया गया.
Posted by Ashish Jha