संपत्ति विवाद में अपनों ने ही ले ली हरेंद्र की जान
बिदुपुर (वैशाली) : बिदुपुर थाना क्षेत्र का कल्याणपुर चंवर रविवार की अहले सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा उठा. जो जहां थे वे गोलियों की आवाज सुनकर स्तब्ध रह गये. गोलियों की आवाज शांत होते ही लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. सड़क किनारे 50 वर्षीय एक व्यक्ति खून से लथपथ पड़ा था. उसकी मौत […]
बिदुपुर (वैशाली) : बिदुपुर थाना क्षेत्र का कल्याणपुर चंवर रविवार की अहले सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा उठा. जो जहां थे वे गोलियों की आवाज सुनकर स्तब्ध रह गये. गोलियों की आवाज शांत होते ही लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. सड़क किनारे 50 वर्षीय एक व्यक्ति खून से लथपथ पड़ा था. उसकी मौत हो चुकी थी. मृतक की पहचान बिदुपुर थाने के खपुरा गांव निवासी स्व चनारिक राय के पुत्र हरेंद्र राय के रूप में की गयी. यह घटना तब हुई जब वह प्रतिदिन की तरह सुबह में टहलने के लिए घर से निकले थे.
इसी दौरान बाइक सवार अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर उसे मौत के घाट उतार दिया. घटना का कारण संपत्ति विवाद बताया गया है.घटना की सूचना मिलते ही बिदुपुर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस ने मौके पर आठ एमएम के सात खोखे बरामद किये. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया. इस संबंध में मृतक की दूसरी पत्नी रिपू देवी के बयान पर आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
क्या हो सकता है हरेंद्र की हत्या का कारण
हरेंद्र राय उर्फ भगत जी ने दो शादियां की हैं. पहली पत्नी से घरेलू विवाद को लेकर उनकी नहीं बनती थी. पहली पत्नी अपने पुत्र के साथ पटोरी में रहती है. पहली पत्नी से जन्मा पुत्र पिता से बीच-बीच में आकर मिला करता था. इस दौरान वह अपनी मां और अपने भरण-पोषण के लिए रुपये तथा संपत्ति में अपने हिस्से की मांग करता था. हालांकि हरेंद्र राय की हत्या के कारणों का अभी मूल रूप से खुलासा नहीं हो पाया है. सूत्रों की मानें, तो संपत्ति को लेकर ही पहली पत्नी ने पड़ोसी व पट्टीदार से मिल षड्यंत्र रच कर हत्या करायी है. पुलिस भी हत्या का कारण संपत्ति विवाद और एक साल पहले हुए जानलेवा हमला से जोड़कर कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.
क्या कहते है स्थानीय लोग
स्थानीय लोगों की माने तो हरेंद्र राय प्रत्येक दिन की भांति सुबह में घर से थोड़ी दूर कल्याणपुर बांध पर टहलने के लिए निकले थे. इसी क्रम में एक बाइक पर सवार तीन हथियारबंद अपराधी वहां पहुंचे. तीनों ने गमछा से अपना मुंह ढंके हुए थे. जब तक हरेंद्र राय कुछ समझ पाते, अपराधियों ने गोलियों की बौछार कर डाली, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. हरेंद्र राय वैसे तो मूल रूप से किसान थे और गांव में अपनी पैतृक जमीन पर खेतीबाड़ी करते थे. क्षेत्र और आसपास के इलाके में जाकर वह झाड़-फूंक भी करते थे. इसके कारण इलाके में वे भगत जी के नाम से मशहूर थे.
पहले भी हो चुका था जानलेवा हमला
हरेंद्र राय पर पहले भी जानलेवा हमला हो चुका था. एक वर्ष पूर्व 22 सितंबर, 2016 की घटना है. हरेंद्र राय घर की छत पर सो रहे थे. इसी दौरान सोयी अवस्था में अपराधियों ने उनके सीने में गोली मार दी थी. उस वक्त ससमय इलाज के कारण वे बच गये थे. इस संबंध में बिदुपुर थाने में कांड संख्या 271/16 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. प्राथमिकी में गांव के ही चंद्रकला देवी, बिक्कू कुमार, उपेंद्र राय, राजकिशोर राय और लक्ष्मण राय को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. पुलिस अनुसंधान में इसका खुलासा हुआ था कि संपत्ति के विवाद को लेकर हरेंद्र राय की हत्या करने के उद्देश्य से गोली मारी गयी थी.
क्या कहते हैं अधिकारी
थाना क्षेत्र के कल्याणपुर चंवर में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. पुलिस ने घटनास्थल से आठ एमएम के सात खोखे बरामद किये हैं. बिक्कू कुमार, उपेंद्र राय, राजकिशोर राय समेत आठ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया है. मृतक की दूसरी पत्नी रिपू देवी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने खपुरा गांव के बृज किशोर राय को गिरफ्तार कर लिया है. वह प्राथमिकी का नामजद अभियुक्त है. अन्य को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पहली पत्नी और पट्टीदार ने संपत्ति को लेकर एक साजिश के तहत हत्या की घटना को अंजाम दिया है.
रितेश कुमार मंडल, थानाप्रभारी