विद्यालय की जमीन को मुक्त कराने की मांग
10 साल पहले बाढ़ आने के बाद दियारे के लोगों ने ली थी यहां शरणहाजीपुर : नगर के लोदीपुर गांव में विद्यालय जमीन को मुक्त कराने की मांग गांववासियों ने की है. इसके लिए गांव वासियों ने अतिक्रमण वाद भी दाखिल कर रखा है. गांव वासियों ने कहा कि लगभग 10 साल पहले बाढ़ आने […]
10 साल पहले बाढ़ आने के बाद दियारे के लोगों ने ली थी यहां शरण
हाजीपुर : नगर के लोदीपुर गांव में विद्यालय जमीन को मुक्त कराने की मांग गांववासियों ने की है. इसके लिए गांव वासियों ने अतिक्रमण वाद भी दाखिल कर रखा है. गांव वासियों ने कहा कि लगभग 10 साल पहले बाढ़ आने पर दियारे के इलाके से कुछ लोग अपनी जान बचाने के लिए इस स्थान पर आ गये थे.
गांववासियों ने उनकी जान की रक्षा करते हुए तत्काल राहत के तौर पर विद्यालय भूमि पर उन्हें टिका दिया. बाढ़ का पानी उतर जाने के बाद बसे लोगों ने जाने का वादा किया था. इसके बाद कितनी बाढ़ आयी और पानी निकल गया, लेकिन ये लोग जमीन से नहीं हटे. लोगें ने अनेक बार इनसे विद्यालय की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने की गुहार लगायी, लेकिन इनके कान पर जूं नहीं रेंगी.
तब गांववासियों ने प्रशासन और कानून का सहारा लिया. गांव वासियों ने कहा कि सर्वे वार्ड नंबर 17 के अंतर्गत खाता नंबर 527 खेसरा नंबर 367 रकबा 0330 हेक्टेयर बिहार सरकार के नाम पर दर्ज है. खाता नंबर 529 खेसरा नंबर 362 रकबा 0970 हेक्टेयर एवं खेसरा नंबर 352 रकबा 0060 हेक्टेयर गैरमजरूआ आम के रूप में दर्ज है. इस पर 10 लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है.
जिसके कारण विद्यालय पास के ही दुर्गा मंदिर में चलता है. अनेक बार अंचलाधिकारी ने इन्हें जमीन खाली करने का आदेश भी दिया, लेकिन ये लोग इसे खाली नहीं कर र हे हैं, जिसके कारण बच्चे खुले आकाश के नीचे मंदिर परिसर में अपनी शिक्षा पूरी करने को विवश हैं.