स्कूल के हॉस्टल में लगी आग, कागजात जले

हादसा. जर्जर हॉस्टल में बनाया गया था स्कूल का रिकॉर्ड रूम गौरौल : गौरौल इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय चकव्यास में अहले सुबह एक कक्ष में आग लगने से महत्वपूर्ण कागजात सहित अन्य सामान जल कर राख हो गये. घटनास्थल पर पहुंचे लोगों ने बताया कि आग लगने का उन्हें पता तब चला, जब लोगों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2017 3:07 AM

हादसा. जर्जर हॉस्टल में बनाया गया था स्कूल का रिकॉर्ड रूम

गौरौल : गौरौल इंटर स्तरीय उच्च विद्यालय चकव्यास में अहले सुबह एक कक्ष में आग लगने से महत्वपूर्ण कागजात सहित अन्य सामान जल कर राख हो गये. घटनास्थल पर पहुंचे लोगों ने बताया कि आग लगने का उन्हें पता तब चला, जब लोगों ने दूर से आग की लपटें उठती देखीं. हालांकि स्कूल के पुराने क्षतिग्रस्त हॉस्टल में विद्यालय प्रबंधन द्वारा कागजात रखने और बंद विद्यालय में आग लगने को लेकर तरह तरह की चर्चाएं हो रही थीं.
कोई पटाखे से तो कोई शरारती तत्वों द्वारा आग लगा दिये जाने की बात कह रहा था. क्योंकि स्कूल के उस क्षतिग्रस्त कक्ष के बगल में पोखर भी है, जिसमें आसपास के लोगों द्वारा छठ पूजा को लेकर भीड़ भी लगी थी, लेकिन घटनास्थल पर विद्यालय के अनुसेवी राम इकबाल ने बताया कि अगलगी की घटना में 1952 से अब तक के स्कूल के सारे रखे रिकॉर्ड और महत्वपूर्ण उपस्कर भी जल गये हैं.
अनुसेवी के अनुसार आग लगने की घटना साढ़े आठ बजे की है, उस समय तक पूरा पोखर खाली हो चुका था. स्थानीय लोगों और स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष बिंदेश्वरी सिंह, सांसद प्रतिनिधि मुकेश कुमार सिंह ,उपमुखिया प्रतिनिधि अरविंद सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने पंप सेट से पानी चलाकर आग पर काबू पाया. तब तक महुआ से अग्निशमन गाड़ी भी पहुंच कर आग बुझाने में जुट गयी.
इसी दौरान विद्यालय के एक शिक्षक प्रशांत कुमार भी वहां पहुंचे, जिन्होंने उस कक्ष में सिर्फ परीक्षा और प्रैक्टिकल की कॉपी होने की बात बतायी. जब रिकार्ड रूम क्षतिग्रस्त हॉस्टल में बनाये जाने के बारे पूछा गया, तो वे कोई जवाब नहीं दे सके. सूचना मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी शशि प्रिय वर्मा,अंचलाधिकारी अनिल कुमार एवं थाने के सहायक अवर निरीक्षक अवध बिहारी झा ने विद्यालय पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की.
क्या कहते हैं अधिकारी
छात्रावास के बगल में पोखर है, जिसमें ग्रामीण छठ कर रहे थे. छठ के दौरान पटाखे की चिनगारी से आग लगी थी, जिससे मैट्रिक की प्रायोगिक परीक्षा की कॉपियों के अलावा आवश्यक कागजात भी जल गये.
मो जावेद हुसैनी, प्रधानाध्यापक

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