शृंगी नगर के रूप में मिली थी स्थल की पहचान
आस्था l मिथिला जाने के क्रम में शृंगी ऋषि के आश्रम में ठहरे थे भगवान राम और उनके भ्राता लक्ष्मण 1977-78 में तत्कालीन बीडीओ ने विकास मेले का आयोजन करा ऋषि की प्रतिमा की करायी थी स्थापना सरकारी उपेक्षाओं के कारण एक जनप्रिय धरोहर हुई बदहाल लालगंज : लालगंज प्रखंड कार्यालय के समीप नारायणी नदी […]
आस्था l मिथिला जाने के क्रम में शृंगी ऋषि के आश्रम में ठहरे थे भगवान राम और उनके भ्राता लक्ष्मण
1977-78 में तत्कालीन बीडीओ ने विकास मेले का आयोजन करा ऋषि की प्रतिमा की करायी थी स्थापना
सरकारी उपेक्षाओं के कारण एक जनप्रिय धरोहर हुई बदहाल
लालगंज : लालगंज प्रखंड कार्यालय के समीप नारायणी नदी के बांध से सटे श्रृंगी नगर स्थित श्रृंगी ऋषि के समाधि स्थल पर स्थापित श्रृंगी ऋषि की आदम कद प्रतिमा वर्तमान में स्थानीय प्रशासन की उपेक्षाओं का शिकार होकर रह गया है. जिसे किसी खेवन हार की तलाश है. जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार से सम्मानित एवं टेकारी राज दरबार के तत्कालीन आचार्य पंडित सुदामा मिश्र शास्त्री की देखरेख में लालगंज के जलालपुर घाट पर विष्णु महायज्ञ हुआ था. तब उस यज्ञ से पंडित सुदामा जी को अपने ब्रम्ह कार्य के लिए जो दक्षिणा मिला था, उसी दक्षिणा की संपूर्ण राशि से उन्होंने श्रृंगी ऋषि की प्रतिमा बनवाई थी,
उसके बाद प्रतिमा निर्मित होकर पंडित जी के घर लाई गयी थी. परंतु तब प्रतिमा स्थापित न हो सकी थी. पंडित जी की मृत्यु के एक दशक बीत जाने के बाद लालगंज के तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी ज्ञान प्रकाश दुबे के सहयोग से सन 1977-78 में विकास मेला आयोजित कर पंडित जी के उत्तराधिकारियों ने प्रतिमा स्थापित कराया. जिसे प्रखंड कार्यालय के समीप संस्कृत विद्यालय के आगे श्रृंगी ऋषि के समाधि स्थल पर स्थापित किया गया.
मूर्ति चोर गिरोह का भय सता रहा सदस्यों को
वर्तमान में उक्त स्थान की स्थिति अत्यंत दयनीय व जर्जर हो चुकी है. पंडित परिवार के सदस्यों को यह भय सता रहा है कि मूर्ति चोर गिरोह के सदस्यों द्वारा प्रतिमा चोरी न कर ली जाये. श्रृंगी ऋषि के स्मारक स्थल पर लगे लोहे के ग्रिल एवं दीवार को भी असामाजिक तत्वों ने उखाड़ कर बेंच डाला है.
वहीं प्रतिमा स्थल के पायों में दरारें भी आ गयी हैं.
क्या कहते हैं लालगंज नप अध्यक्ष
श्रृंगी ऋषि के स्मारक का निर्माण हर हाल में कराया जायेगा. इस कार्य को हमने अपने कार्य सूची में भी डाल रखा है. किसी भी स्थिति में हम अपने विरासत को नष्ट नहीं होने देंगे.
नवीन कुमार,नगर अध्यक्ष,लालगंज नगर पंचायत
क्या कहते हैं जानकार
श्रृंगी ऋषि की प्रतिमा नष्ट होने के कगार पर है. जिसकी देखरेख नहीं की जा रही है. इस प्रकार हमारी विरासत नष्ट होने के कगार पर है. हमने इसके निर्माण के लिए नगर पंचायत से लेकर जिलाधिकारी तक गुहार लगाएं है. परंतु अब तक सफलता नहीं मिली. एक जनप्रिय धरोहर विनष्ट होने के कगार पर पहुंचता जा रहा है.
त्रयम्बकेश्वर मिश्र, पूर्व प्रधानाध्यापक,बिहारी शुक्ल संस्कृत मध्य विद्यालय,लालगंज