लालटेन युग का खात्मा : पहली बार दियारे के 220 घरों में जले बल्ब, खिले चेहरे

सात दशक बाद बहलोलपुर दियारावासियों को मिला बिजली का तोहफा महनार नगर : महनार प्रखंड के हसनपुर दक्षिणी पंचायत के सुदूरवर्ती बहलोलपुर दियारा में सोमवार को टाटा पावर डिडिएल के माइक्रोग्रिड का उद्घाटन हुआ. इसके साथ ही आजादी के सात दशक बाद दियारा वासियों ने अपने घरों में जलते हुए बल्ब देखे. लालटेन युग में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2018 5:20 AM

सात दशक बाद बहलोलपुर दियारावासियों को मिला बिजली का तोहफा

महनार नगर : महनार प्रखंड के हसनपुर दक्षिणी पंचायत के सुदूरवर्ती बहलोलपुर दियारा में सोमवार को टाटा पावर डिडिएल के माइक्रोग्रिड का उद्घाटन हुआ. इसके साथ ही आजादी के सात दशक बाद दियारा वासियों ने अपने घरों में जलते हुए बल्ब देखे. लालटेन युग में जी रहे इस गांव में बिजली की आपूर्ति होते ही लोगों में खासकर महिलाओं और बच्चों में उल्लास देखा गया. दियारे के 220 घर बिजली की रोशनी से जगमग हो गये. मकर संक्रांति के दिन गांवों में बिजली की आपूर्ति होते ही ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि उनलोगों को मकर संक्रांति का तोहफा मिला है. महनार के एसडीओ रवींद्र कुमार, पंचायत के मुखिया मुकेश सिंह, शंभूनाथ सिंह, टाटा पावर के प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा , जीई के प्रबंध निदेशक ब्रायन सेल्वी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर माइक्रोग्रिड का उद्घाटन किया.
इसके बाद महनार के एसडीओ रवींद्र कुमार ने स्विच ऑन कर बहलोलपुर दियारा में विद्युत आपूर्ति जैसे ही शुरू किया कि लोगों के घरों में लगाये गये बल्ब जल उठे. लोग एक-दूसरे को गले लगाकर खुशी का इजहार किया. शंभु नाथ सिंह ने बताया कि बहलोलपुर दियारा में टाटा पावर डिडिएल के माइक्रोग्रिड निर्माण के दौरान हसनपुर निवासी राकेश सिंह ने अहम योगदान दिया है, जिसके लिये वे धन्यवाद के पात्र है. बहलोलपुर दियारा के ग्रामीण आज हर्षोल्लास और बेहद खुश है. ग्रामीण कैलाश भगत, अखिलेश राय, देव कुमार राय आदि ने बताया कि आजादी के इतने वर्षों के बाद आज हमारे गांव के घरों में बल्ब जला है. अब हमारे बच्चे भी बल्ब की रोशनी में पढ़ेंगे. महिला पूजा देवी ने बताया कि अब हम भी टीवी देख सकेंगे. लोग इतने उत्साहित थे कि गंगा घाट से कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों को अपने गांव तक पहुंचा रहे थे. इस गांव तक जाने के लिये सड़क नहीं रहने के कारण लोग पगडंडी रास्ते से ही आते- जाते है. उदधाटन कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे प्रशासनिक पदाधिकारियों और अतिथियों को गांव के लोग नदी घाट से इसी रास्ते से अपने साथ कार्यक्रम स्थल तक ले जा रहे थे. बहलोलपुर गांव में उत्सव सा माहौल दिख रहा था.
क्या कहते हैं प्रशासनिक पदाधिकारी
टाटा पावर और जीई के ब्रायन सेल्वी पहली बार जब महनार में मेरे कार्यालय में आये थे तो मैंने ही बहलोलपुर दियारा में इस प्रोजेक्ट को लगाने का आग्रह किया था. इसके बाद इन लोगों ने बहलोलपुर दियारा का दौरा कर यहां माइक्रोग्रिड लगाने का फैसला किया. मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर इस माइक्रोग्रिड का उद्घाटन हुआ और मैं भी इसका गवाह बना. बिजली आपूर्ति शुरू होने से यहां के लोग देश दुनिया से जुड़ जायेंगे .
रवींद्र कुमार, एसडीओ, महनार
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
हमारे पंचायत के दो वार्ड बहलोलपुर दियारा में है. कल तक लालटेन युग में जी रहे बहलोलपुर दियारा के लोग आज पहली बार बिजली के बल्ब को अपने घरों में जलते देखा है. आजादी के सात दशक बाद दियारा में बिजली की आपूर्ति होने से पंचायत का हर व्यक्ति टाटा पावर के इस कार्य के लिये धन्यवाद देता है. इस माइक्रोग्रिड की क्षमता और बढ़ाया जाये ताकि लोग बिजली का उपयोग अपने खेतों की सिंचाई के लिए कर सके .
मुकेश सिंह, मुखिया, हसनपुर दक्षिणी पंचायत
क्या कहते हैं माइक्रोग्रिड के पदाधिकारी
इस माइक्रोग्रिड से बहलोलपुर गांव के 220 परिवारों को बिजली की आपूर्ति की गयी है. दियारा में रहने वाले डेढ़ हजार आवादी को अब बिजली मिलेगी और दियारा क्षेत्र में रहने वाले लोग भी अब बल्ब की रोशनी के साथ-साथ टीवी व अन्य विद्युत उपक्रम का उपयोग कर सकेंगे. सोलर पैनल के साथ 48 बैट्रियां भी लगायी गयी है. क्षेत्र में निर्वाद्ध रूप से बिजली आपूर्ति करने के उद्देश्य से 15 किलो वाट का एक जेनेरेटर भी लगाया गया है.
प्रवीर सिन्हा, प्रबंध निदेशक, टाटा पावर

Next Article

Exit mobile version