महिला उद्यमिता और सुरक्षा पर सरकार को उठाने होंगे ठोस कदम

हाजीपुर : आधी आबादी को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाये बिना बिहार की तरक्की संभव नहीं है. यदि शिक्षित, समृद्ध और विकसित बिहार का सपना साकार करना है तो इसके लिए महिलाओं को शिक्षित और स्वावलंबी बनाना होगा. महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और रोजगार के क्षेत्र में उन्हें समान अवसर दिये बिना बिहार के विकास की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2018 4:37 AM

हाजीपुर : आधी आबादी को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाये बिना बिहार की तरक्की संभव नहीं है. यदि शिक्षित, समृद्ध और विकसित बिहार का सपना साकार करना है तो इसके लिए महिलाओं को शिक्षित और स्वावलंबी बनाना होगा. महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और रोजगार के क्षेत्र में उन्हें समान अवसर दिये बिना बिहार के विकास की बात बेमानी है. विकास की शर्तिया जरूरत है कि इसमें महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो. बिहार तभी खुशहाल होगा, जब महिला उद्यमिता पर सरकार का फोकस होगा और इसको लेकर विशेष नीतियां होंगी. बिहार में महिलाओं के उत्थान के लिए क्या किया जाये विषय पर आयोजित परिचर्चा में ये

महिला उद्यमिता और…
बातें कही गयीं. नगर के हॉस्पिटल रोड स्थित होटल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेविका मंजू सिंह ने की. सामाजिक संस्था उड़ान की सचिव सरिता राय ने संचालन किया.
महिलाओं का उत्थान कैसे हो पर प्रभात खबर की परिचर्चा
परिचर्चा में महिलाओं के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को सही ढंग से धरातल पर लागू करने की मांग उठाते हुए वक्ताओं ने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से ज्यादातर महिलाएं वंचित हो रही हैं. वक्ताओं का कहना था कि महिलाओं की सुरक्षा और अधिकार को लेकर बनाये गये कानून सिर्फ कागज में रह गये हैं. हकीकत है
कि हर रोज, हर तरफ महिला उत्पीड़न की तमाम तरह की घटनाएं हो रही हैं. वक्ताओं ने कहा कि महिला सशक्तिकरण सिर्फ नारा और जुमला बन कर न रह जाये, बल्कि इसकी योजनाओं को कारगर ढंग से धरातल पर लागू किया जाना चाहिए. महिलाओं पर होने वाले अत्याचार और उत्पीड़न की चर्चा करते हुए वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए सबसे पहले उनके प्रति सोच बदलने की जरूरत है. उन्हें जीवन के सभी क्षेत्रों में समान अवसर दिये बिना बिहार की प्रगति नहीं हो सकती.

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