हाजीपुर : 22 पंचायतों में से एक ही ओडीएफ घोषित
महुआ नगर : प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र की आधी आबादी अब भी खुले में शौच जाने को विवश हैं. महिलाएं शौच के लिए रात्रि के अंधेरे का इंतजार करती हैं. सरकार की हर घर शौचालय की योजना तो महुआ में अधर में लटकी हुई है. 22 पंचायतों वाले प्रखंड में सिर्फ एक पंचायत को खुले […]
महुआ नगर : प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र की आधी आबादी अब भी खुले में शौच जाने को विवश हैं. महिलाएं शौच के लिए रात्रि के अंधेरे का इंतजार करती हैं. सरकार की हर घर शौचालय की योजना तो महुआ में अधर में लटकी हुई है. 22 पंचायतों वाले प्रखंड में सिर्फ एक पंचायत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है.
अन्य पंचायतों में हर घर शौचालय की योजना के लिए पदाधिकारियों के पास चाहे जो भी रणनीति हो, लेकिन योजना के कछुआ चाल से शेष बची 21 पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त कराना स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती साबित हो रही है. प्रखंड कार्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित जहांगीरपुर सलखन्नी, सिंघाड़ा उत्तरी, सिंघाड़ा दक्षिणी एवं गोविंदपुर पंचायतों में तो शौचालय निर्माण की गति और भी असंतोषजनक है. जिसका नतीजा यह है कि सरकार की स्वच्छता सहित अन्य योजनाएं यहां अपने उद्देश्यों से भटक रही है. क्षेत्र के प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों ने नये मुखिया से उम्मीद जताते हुए कहा कि इस दिशा में तेज गति से कार्य होने पर ही खुले में शौच से मुक्ति मिल सकती है.