वैशाली : राजस्थान सोना लूटकांड में शामिल तीन कुख्यात एनकाउंटर में ढेर, दो एके-47 बरामद
हाजीपुर/महनार : वैशाली जिले के महनार थाने की हसनपुर दक्षिणी पंचायत के बहलोलपुर दियारे में शनिवार की अहले सुबह पुलिस एनकाउंटर में कुख्यात तीन अपराधी ढेर हो गये, जबकि पुलिस ने इनके तीन अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से दो एके 47, तीन मैगजीन, एक विदेशी पिस्टल और दो पल्सर बाइकें […]
हाजीपुर/महनार : वैशाली जिले के महनार थाने की हसनपुर दक्षिणी पंचायत के बहलोलपुर दियारे में शनिवार की अहले सुबह पुलिस एनकाउंटर में कुख्यात तीन अपराधी ढेर हो गये, जबकि पुलिस ने इनके तीन अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है.
इनके पास से दो एके 47, तीन मैगजीन, एक विदेशी पिस्टल और दो पल्सर बाइकें बरामद की गयी हैं. पटना एसटीएफ और वैशाली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह सफलता मिली. मृत तीनों अपराधियों की पहचान हो गयी है.
मृतकों में मूलत: राघोपुर दियारे का रहनेवाला व हाजीपुर हथसारगंज मोहल्ला निवासी मनीष सिंह, मुजफ्फरपुर जिले के मनियारी थाना क्षेत्र का मो इमाम और समस्तीपुर जिले के मथुरापुर ओपी क्षेत्र के शेखोपुर गांव निवासी अब्दुल अमान शामिल हैं. गिरफ्तार तीनों सहयोगियों में जुड़ावनपुर का विनोद कुमार उर्फ बाबू साहब, पटना के सालिमपुर का मुकेश कुमार सिंह और महनार के हसनपुर का बच्चू साह उर्फ डेंजर शामिल हैं.
वैशाली के एसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि गिरोह का सरगना मनीष सिंह था. मनीष कुख्यात सुबोध सिंह का दाहिना हाथ था. सुबोध सिंह को पिछले साल ही एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था. देश के विभिन्न शहरों में सोना लूटकांड की घटनाओं को गिरोह के सदस्य अंजाम देने के बाद दियारा क्षेत्र में आकर छुप जाया करते थे. राजस्थान, जयपुर, कोलकता, मुंबई सहित कई शहरों में सोना लूटकांडों को इसी गिरोह ने अंजाम दिया था.
पटना एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि मनीष सिंह अपने साथियों के साथ बहलोलपुर दियारा क्षेत्र में पहुंचा हुआ है. शुक्रवार की देर रात किसान के वेश में पहुंचे एसटीएफ ने मनीष के दलाननुमा ठिकाने को चारों तरफ से घेर लिया. सुबह होने पर एसटीएफ ने अपराधियों को ललकारते हुए आत्म समर्पण करने की चेतावनी दी.
इसके बाद अपराधियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. एसटीएफ ने कार्रवाई में फायरिंग की. इस दौरान मनीष को उसी दलान में ढेर कर दिया. मनीष को गोली लगते ही इमाम और अमान बाइक से भागने लगा, जिसे पहले से नाकेबंदी कर चुकी एसटीएफ ने दलान से कुछ दूरी पर मार गिराया. बाद में गिरोह के तीन सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया.
कई राज्यों की पुलिस को थी तलाश
एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने कहा कि एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने बिहार पुलिस के लिए यह बहुत बड़ी सफलता है. अंतराज्जीय गोल्ड लुटेरा मनीष की कई राज्यों की पुलिस को तलाश थी. मारे गये दो अन्य अपराधियों में मोहम्मद अब्दुल अमन उर्फ तिवारी समस्तीपुर व अब्दुल ईमाम उर्फ राजकुमार, मनियारी मुजफ्फरपुर के निवासी हैं.