भागवत कथा यज्ञ में भजन सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रोता

हाजीपुर : नगर के चौरसिया चौक स्थित फन-प्वाइंट रिसोर्ट के मैदान में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्र रक्षा ज्ञान यज्ञ श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन गुरूवार को एक से एक भजन की प्रस्तुति हुई. भजन सुनकर श्रेाता मंत्र-मुग्ध हो गये. कथा वाचन करते हुए संत इंद्रदेवेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज ने मनुष्य के जीवन में कर्म […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2019 7:30 AM

हाजीपुर : नगर के चौरसिया चौक स्थित फन-प्वाइंट रिसोर्ट के मैदान में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्र रक्षा ज्ञान यज्ञ श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन गुरूवार को एक से एक भजन की प्रस्तुति हुई.

भजन सुनकर श्रेाता मंत्र-मुग्ध हो गये. कथा वाचन करते हुए संत इंद्रदेवेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज ने मनुष्य के जीवन में कर्म की प्रधानता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि मनुष्य का शरीर तो नश्वर है. राजा हो या फकीर, सभी को एकदिन संसार छोड़ कर जाना है, लेकिन कृतियां अमर रहती है. आपके अच्छे कर्म ही रह जाते हैं, जिन्हें आने वाली पीढ़ियां याद करती हैं.
व्यक्ति जन्म और जाति से बड़ा या छोटा नहीं होता, बल्कि अपने कर्म से होता है. सच्चे मन से प्रभु की शरण में जाओ, तो वे आपके सारे कष्टों का निवारण करेंगे. स्वामी जी का प्रवचन सुनने के लिए नगर के अलावे जिले के दूर-दराज से श्रद्धालु जुटे थे.
इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थी. कार्यक्रम की शुरूआत आरती से हुई. ज्ञान यज्ञ पूजा समिति के रघुवंशी प्रसाद, डा अनिल कुमार तथा अनिल कुमार चौधरी ने सपरिवार मंच पर आकर आरती और पुष्प अर्पित कर स्वामी जी की आशीर्वाद लिया. इसके बाद प्रवचन का कार्यक्रम शुरू हुआ, जिसमें धर्म, अध्यात्म और ज्ञान-विज्ञान की बातें बतायी गयी.

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