खरीफ महोत्सव में छाया रहा किसानों की समस्याओं से जुड़ा मुद्दा
प्रेमराज : चेहराकलां प्रखंड मुख्यालय कैंपस में स्थित व्यापार मंडल गोदाम में आयोजित खरीफ महाअभियान सह महोत्सव 2019 में किसानों की अनदेखी का मुद्दा छाया रहा. कार्यक्रम का उद्धघाटन प्रखंड प्रमुख प्रियंका राय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. कार्यक्रम में सीओ लवकेश कुमार ने जैसे ही किसानों को संबोधित करना शुरू किया, वैसे ही किसानों […]
प्रेमराज : चेहराकलां प्रखंड मुख्यालय कैंपस में स्थित व्यापार मंडल गोदाम में आयोजित खरीफ महाअभियान सह महोत्सव 2019 में किसानों की अनदेखी का मुद्दा छाया रहा. कार्यक्रम का उद्धघाटन प्रखंड प्रमुख प्रियंका राय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
कार्यक्रम में सीओ लवकेश कुमार ने जैसे ही किसानों को संबोधित करना शुरू किया, वैसे ही किसानों ने भूस्वामीत्व प्रमाण पत्र को लेकर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कई प्रश्न दागे. जब सदन में उपस्थित लोगों ने प्रखंड क्षेत्र में स्वीकृत एलपीसी की सूची सार्वजनिक करने की मांग की.
सीओ ने कहा कि जिसका आवेदन स्वीकृत किया जाता है उसके मोबाइल पर मैसेज चला जाता है. सौ से अधिक आवेदन लंबित होने की बात आते ही उपस्थित लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. इस पर प्रखंड प्रमुख प्रियंका राय ने हस्तक्षेप करते हुए पूरे पारदर्शी ढंग से विकास कार्यों को संपन्न कराने को कहा. समय से बीज समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने की भी बात रखी.
जिला पौधा संरक्षण पदाधिकारी सुजीत नाथ मल्लिक ने पौधों को कीड़ा से बचाव व उपचार, सिंचाई, समेत अन्य पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की. आत्मा उपनिदेशक रमण ने कहा कि सही समय पर खेती कर अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए उन्नत बीज, बीजोपचार, फसलों के कीड़ा से बचाव पर बल दिया. किसान शिवचंद्र भगत ने कहा कि मौसम अनुकूल नहीं होने के कारण आने वाले फसलों पर भी प्रतिकुल असर पड़ सकता है. इस लिए कृषकों को चाहिए कि तकनीकी ढंग से कृषि कार्य करें.
इस अवसर पर बीडीओ अवधेश कुमार राय, चेहराकलां व्यापार मंडल अशोक कुमार, बीटीएम प्रभारी धीरेंद्र कुमार, प्रखंड आत्मा अध्यक्ष पोषण राय, प्रभारी प्रखंड पंचायतीराज पदाधिकारी सुनील कुमार, कृषि समन्वयक मणिकांत, सुजाता रानी, मुकेश कुमार, जदयू प्रखंड अध्यक्ष हिमाचल कुमार, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष रविंद्र कुशवाहा, शंभु शरण राय, मुखिया उमेश भगत, विजय भगत, सरपंच प्रभु राम, पूर्व सरपंच नरेश पासवान, समिति बलिराम, संजीव कुमार, विमलेश कुमार, कृषि कर्मी तपन, नवीन कुमार, प्रकेश कुमार, राकेश, विश्वजी के अलावा संजीव, भारत भूषण, चंदेश्वर कुमार भारती, तुलसी, छोटन समेत सैकड़ों शामिल थे.